पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 29, 2019 07:17 PM2019-05-29T19:17:46+5:302019-05-29T19:17:46+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह 7:15 बजे राजघाट जाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देश के नेता भाग लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता गुलाब नबी आजाद भी भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को पीएम पद की शपथ लेंगे। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की प्रमुख सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने सोनिया, मनमोहन सिंह और राहुल गांधी को आमंत्रित किया और उन्होंने यह आमंत्रण स्वीकार किया है। कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘‘यह लोकतांत्रिक परिपाटी है कि शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया जाता है और वे जाते हैं। सोनिया जी और राहुल जी को भी प्रधानमंत्री की तरफ से आमंत्रित किया गया है और वे बृहस्पतिवार को शपथ ग्रहण में शामिल होंगे।’’
Congress President Rahul Gandhi to also attend Prime Minister Narendra Modi's oath ceremony tomorrow. https://t.co/lpb1mwi8MR
— ANI (@ANI) May 29, 2019
पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। राहुल और सोनिया को शपथ-ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री की ओर से आमंत्रित किया गया है। सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने आमंत्रण स्वीकार कर लिया है। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान 30 मई यानी गुरुवार शाम 4 बजे रात 9 बजे तक राजपथ, विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक का रास्ता बंद रहेगा। पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह 7:15 बजे राजघाट जाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देश के नेता भाग लेंगे।
Congress leaders Sonia Gandhi and Ghulam Nabi Azad to attend Prime Minister Narendra Modi's oath ceremony tomorrow. (File pics) pic.twitter.com/gEbjpzI2zj
— ANI (@ANI) May 29, 2019
के. चंद्रशेखर राव, जगनमोहन रेड्डी के शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दिन में रेड्डी के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद राव दिल्ली रवाना होंगे और शाम के समय वह मोदी के शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों में से 151 पर जीत दर्ज की है। वह बृहस्पतिवार को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। वहीं, मोदी प्रधानमंत्री के रूप में बृहस्पतिवार को शाम सात बजे शपथ ग्रहण करेंगे। इस बीच, राजभवन के एक अधिकारी ने यहां बताया कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन कल जगन को शपथ दिलाने के लिए आज विजयवाड़ा के लिए रवाना हो चुके हैं।
यातायात का बदलेगा रूट
शपथ ग्रहण के कारण आम जनता के लिए सड़कों का रूट भी बदला जाएगा। शपथ ग्रहण समारोह के सुचारू संचालन के लिए विस्तृत सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की गई है।30 मई को शाम 4 बजे से 9 बजे के बीच आम जनता की आवाजाही के लिए राजपथ (विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक), विजय चौक और आसपास के क्षेत्र जिनमें उत्तर और दक्षिण फव्वारा, साउथ एवेन्यू, नॉर्थ एवेन्यू, दारा-शिकोह रोड और चर्च रोड बंद रहेंगे।पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उन कार्यकर्ताओं के लगभग 70रिश्तेदार गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे, जिनकी राज्य मे हत्या कर दी गई है. सभी सदस्य बुधवार को राजधानी एक्सप्रेस से नई दिल्ली ले जाए जाएंगे।
ममता बनर्जी और पी विजयन शपथ ग्रहण समारोह में नहीं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केरल के सीएम पी विजयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। बनर्जी ने इसके साथ ही भाजपा के इस दावे को भी खारिज किया कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस द्वारा की गई हिंसा में भाजपा के कई कार्यकर्ता मारे गए। बीजू जनता दल प्रमुख और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक भी समारोह में नहीं आएंगे।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो बनर्जी द्वारा ट्विटर पर यह घोषणा परोक्ष रूप से विरोध के तौर पर आयी जब भाजपा के 70 से अधिक उन कार्यकर्ताओं के परिवारों को ट्रेन से नयी दिल्ली ले जाया गया जिनकी उनकी पार्टी द्वारा कथित रूप से हत्या कर दी गई। भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार के ये लोग राजधानी दिल्ली में मोदी के शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
बनर्जी को मंगलवार को एक आमंत्रण मिला था और उन्होंने संवाददाताओं से कहा था कि अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करने के बाद वे कार्यक्रम में एक ‘‘संवैधानिक शिष्टाचार’’ के तौर पर शामिल होंगी। यद्यपि जब यह पता चला कि 40 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है जिनकी पिछले एक वर्ष के दौरान कथित रूप से राजनीतिक हिंसा में हत्या कर दी गई तो बनर्जी ने कहा कि कि वे समारोह में शामिल नहीं होंगी क्योंकि ‘‘लोकतंत्र का जश्न मनाने के अवसर का राजनीतिक नंबर बनाने के लिए अवमूल्यन नहीं किया जाना चाहिए।’’
बनर्जी ने एक ट्वीट में लिखा, ‘‘बधाई, नये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। मेरी योजना ‘‘संवैधानिक निमंत्रण’’ को स्वीकार करने और शपथग्रहण समारोह में शामिल होने की थी। लेकिन पिछले एक घंटे से मैं मीडिया में ऐसे खबरें देख रही हूं कि भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा में लोगों की हत्या हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरी से गलत है। बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है। ये मौतें निजी शत्रुता, पारिवारिक झगड़ों और अन्य विवादों के चलते हुई होंगी, इनका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। हमारे पास ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है।’’
बनर्जी ने कहा कि इसलिए वे समारोह में शामिल नहीं होने के लिए ‘‘मजबूर’’ हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह समारोह लोकतंत्र का जश्न मनाने का एक विशेष अवसर है। यह कोई ऐसा अवसर नहीं है जिसका किसी राजनीतिक दल को महत्व घटाना चाहिए या कोई इसका इस्तेमाल अपने राजनीतिक हित साधने के अवसर के तौर पर करे। कृपया मुझे माफ करिये।’’