पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक जाने वाले 15 एथलीटों से की विशेष बातचीत, छह बार की विश्व चैंपियन मैरीकॅाम से पूछा ये सवाल
By वैशाली कुमारी | Updated: July 13, 2021 20:48 IST2021-07-13T20:48:04+5:302021-07-13T20:48:04+5:30
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले 15 भारतीय एथलीटों से बातचीत की। वीडियो कॅान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री ने खिलाड़ीयो का साहस बढ़ाते हुए कहा कि जापान में जमकर खेलें और अपेक्षाओं के बोझ तले दबने की जरूरत नहीं है।

एमसी मैरी कॉम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को टोक्यो ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ओलंपिक में भाग लेने वाले 15 भारतीय एथलीटों से बातचीत की। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों का साहस बढ़ाते हुए कहा कि जापान में जमकर खेलें और अपेक्षाओं के बोझ तले दबने की जरूरत नहीं है। पीएम ने एमसी मैरीकॉम (मुक्केबाजी), सानिया मिर्जा (टेनिस), तीरंदाज दीपिका कुमारी और प्रवीण जाधव के अलावा भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से बातचीत की। इनके साथ ही दुती चंद (एथलेटिक्स), आशीष कुमार (बॉक्सिंग), पीवी सिंधु (बैडमिंटन), एलावेनिल वलारिवन (शूटर), सौरभ चौधरी (शूटर), शरथ कमल (टेबल टेनिस), मनिका बत्रा (टेबल टेनिस), विनेश फोगट (कुश्ती), साजन प्रकाश (तैराकी) और मनप्रीत सिंह (हॉकी) से भी बात की।
पीएम मोदी ने छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम से बातचीत करते हुए पूछा कि आपका पसंदीदा खिलाड़ी कौन है? इस पर मैरीकॅाम ने जवाब देते हुए कहा कि बॉक्सिंग में मेरे फेवरेट खिलाड़ी हैं मोहम्मद अली। वो मेरे लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं।
करीब दो दशक का बॉक्सिंग का अनुभव
38 साल की एमसी मैरी कॉम के पास करीब दो दशक का अनुभव है। वहीं मैरीकॉम ओलंपिक में भारतीय ध्वजवाहक होंगी। बता दें कि दुनिया की दिग्गज मुक्केबाजों में शुमार एमसी मैरीकॉम टोक्यो ओलंपिक में पदक की प्रबल दावेदार हैं। लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक अपने नाम कर चुकीं मैरीकॉम अब तक छह बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।
मैरीकॉम से हैं उम्मीदें
चार बच्चों की मां मैरीकॉम शानदार फॉर्म में चल रही हैं और पूरे देश को उम्मीद है कि वह टोक्यो से पदक लेकर ही लौटेंगी। मैरीकॉम एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप और बॉक्सर इंटरनेशनल टूर्नामेंट में क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीतने के बाद टोक्यो ओलंपिक में उतरेंगी।
सुपरमॉम के नाम से है मशहूर
मैरीकॉम का करियर 2000 में शुरू हुआ जब उन्होंने मणिपुर राज्य महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप और पश्चिम बंगाल में क्षेत्रीय चैम्पियनशिप में जीत हासिल की। 2001 में मैरीकॉम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा शुरू कर दी। मैरीकॉम ने केवल 18 साल की उम्र में पहली बार अमेरिका में आयोजित एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया और 48 किलो वर्ग में रजत पदक जीता। 2002 में मैरीकॉम ने तुर्की में द्वितीय एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में 45 किलो भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। उसी साल मैरीकॉम ने हंगरी में विच कप में 45 किलो भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। मैरी कॉम छह बार की विश्व चैंपियन हैं और वह 'सुपरमॉम' के नाम से मशहूर हैं।