ओपिनियन पोल सर्वे: दिल्लीवालों का 'आप' पर भरोसा बरकरार, BJP बहुमत से दूर
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: February 15, 2018 12:29 AM2018-02-15T00:29:42+5:302018-02-15T00:45:24+5:30
आज आम आदमी पार्टी को सरकार बनाए हुए तीन साल हो गए हैं। जनता के बीच आज भी केजरीवाल सरकार का प्यार और भरोसा बरकरार है।
आज आम आदमी पार्टी को सरकार बनाए हुए तीन साल हो गए हैं। जनता के बीच आज भी केजरीवाल सरकार का प्यार और भरोसा बरकरार है। सरकार के तीन साल पूरे होने पर एक चैनल (एबीपी न्यूज) का सर्वे सामने आया है। इस सर्वे के मुताबिक अगर दिल्ली में अभी विधानसभा चुनाव हुए तो फिर से केजरीवाल की ही सरकार ही बनेगी। 70 सदस्यों वाली दिल्ली विधान सभा में आप अभी भी बहुमत से ज्यादा का आंकड़ा जुटा सकती है, जबकि अबकी बार पार्टी 2015 के जादुई प्रदर्शन को नहीं दोहरा सकेगी। वहीं, बीजेपी को छह गुना बढ़ोत्तरी का फायदा मिल सकता है। चैनल ने यह सर्वे 3 से 12 फरवरी के बीच कराया है। इस सर्वे में कुल 4170 लोगों ने अपनी राय रखी है।
क्या कहता है सर्वे
सर्वे के मुताबिक आज की तारीख में चुनाव होने पर ट्रांस यमुना की 20 विधानसभा सीटों में से आप को 10, बीजेपी को 8 और कांग्रेस को 2 सीट मिल सकती हैं। वहीं, सेंट्रल दिल्ली की बात की जाए तो यहां 20 विधानसभा सीटों में से आप को 11, बीजेपी को 8 और कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है, जबकि बाहरी दिल्ली की 30 सीटों में से आप को 20, बीजेपी को 9 और कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है। कुल मिलाकर 70 सदस्यों वाली विधानसभा में आप को 41, बीजेपी को 25 और कांग्रेस को चार सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
वोटरों का रूख
वोटर शेयर के मामले में भी आप ने बाजी मारी है। जबकि 2015 के विधान सभा चुनाव के मुकाबले आप के वोट प्रतिशत में करीब 14 फीसदी की गिरावट आई है। आज के समय में केजरीवाल की पार्टी को 39.6 फीसदी, बीजेपी को 32.9 फीसदी और कांग्रेस 19.7 फीसदी वोट मिल सकता है। वहीं, ये आंकड़ा 2015 में इस प्रकार आप को 54.3 फीसदी, बीजेपी को 32.3 फीसदी और 9.7 फीसदी था। यानी जहां आप का वोट परसेन्टेज जहां गिर रहा है वहीं बीजेपी और कांग्रेस को इसका लाभ होता दिख रहा है।
सीएम की पसंद
अगर सीएम की बात की जाए तो अभी भी दिल्ली के लोगों को केजरीवाल पसंद हैं। इस सर्वे के मुताबिक अरविंद केजरीवाल 49 फीसदी ने सीएम के तौर पर अपनी पहली पसंद बताया है। जबकि बीजेपी के केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन सिंह 14 फीसदी लोगों की पसंद हैं। कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन को 9 फीसदी लोग ही सीएम के रूप में देखना पसंद किया है।