पंजाब में जहरीली शराब पीने से अब तक 98 लोगों की मौत, त्रासदी में बाल-बाल बचे लोगों की आंखों की रोशनी हुई प्रभावित

By भाषा | Published: August 2, 2020 07:21 PM2020-08-02T19:21:17+5:302020-08-02T19:21:17+5:30

पंजाब के तीन जिलों में जहरीली शराब पीने से अब तक 98 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन जो लोग इस शराब के सेवन के बाद भी बच गए हैं उनके आंखों की रोशनी प्रभावित हो गई है।

People's eyesight narrowly affected in poisonous liquor tragedy in Punjab | पंजाब में जहरीली शराब पीने से अब तक 98 लोगों की मौत, त्रासदी में बाल-बाल बचे लोगों की आंखों की रोशनी हुई प्रभावित

पंजाब में जहरीली शराब पीने से अब तक 98 लोगों की मौत हो चुकी है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsपंजाब के जहरीली शराब कांड में अब तक 98 लोगों की मौत हो चुकी है।बच गए लोगों में से कई ने आंखों की रोशनी प्रभावित होने की शिकायत की है।

चंडीगढ़। पंजाब के जहरीली शराब कांड में अब तक 98 लोगों की मौत हो चुकी है और बच गए लोगों में से कई ने आंखों की रोशनी प्रभावित होने की शिकायत की है। इस घटना में बच गये लोगों में से एक तिलक राज नामक व्यक्ति का कहना है कि जहरीली शराब पीने के बाद वह ठीक से नहीं देख पा रहा है। यह त्रासदी बुधवार शाम को शुरू हो गयी थी। जहरीली शराब के कारण तरणतारण में 75, अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 लोगों की जान चली गयी।

बटाला नगर निगम के अनुबंधित कर्मी तिलक राज का कहना है कि जहरीली शराब पीने के बाद उसे बेचैनी होने लगी थी। उसने बटाला में हाथीगेट इलाके में त्रिवेणी चौहान और दर्शना रानी उर्फ फौजान से 60 रूपये में शराब खरीदी थी। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। राज ने कहा, ‘‘ इसे पीने के बाद मैं सही तरीके से नहीं देख पा रहा था और बेचैनी महसूस होने लगी।’’ उसके परिवारवाले उसे डॉक्टर के पास ले गये और उसकी जान बच गयी।

राज (50) ने कहा, ‘‘ अब मैं थोड़ा अच्छा महसूस कर रहा हूं लेकिन मेरी आंखों की रोशनी नहीं सुधरी है और चीजें घूमती हुई नजर आती हैं।’’ बटाला में इस त्रासदी में बच गये अजय कुमार (32) नामक एक व्यक्ति ने कहा कि उसे शराब पीने के बाद सिहरन होने लगी।

उसने कहा, ‘‘ मैं अब भी कमजोरी महसूस कर रहा हूं।’’ वह स्थानीय सिविल अस्पताल में भर्ती है। उसने जहरीली शराब की बिक्री के लिए त्रिवेणी और दर्शना को जिम्मेदार ठहराया। बटाला के बाशिंदों का आरोप है कि हाथी गेट इलाके में खुलेआम जहरीली शराब बेची जा रही थी लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।

अमृतसर के मुछाल गांव में त्रासदी में बच गये एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि शराब पीने के बाद वह बेचैनी महसूस करने लगा और वह ठीक से नहीं देख पा रहा है। एक स्थानीय शीर्ष आबकारी अधिकारी के अनुसार वैसे तो जब्त सामग्री का रासायनिक विश्लेषण अभी आना बाकी है लेकिन ऊपरी तौर पर पता चलता है कि यह ऐसी स्पिरिट है जिसका उपयोग आम तौर पर पेंट या हार्डवेयर उद्योग में किया जाता है।

Web Title: People's eyesight narrowly affected in poisonous liquor tragedy in Punjab

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे