Patiala violence: पटियाला हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता बरजिंदर परवाना गिरफ्तार, मोहाली से CIA की टीम ने पकड़ा
By विनीत कुमार | Published: May 1, 2022 12:14 PM2022-05-01T12:14:23+5:302022-05-01T12:39:22+5:30
पटियाला हिंसा का मुख्य आरोपी बरजिंदर सिंह परवाना गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे मोहाली से गिरफ्तार किया गया। बरजिंदर सिंह परवाना की भूमिका पटियाला हिंसा से पहले से संदिग्ध रही है और उसके खिलाफ पूर्व के कुछ मामले भी दर्ज हैं।
मोहाली (पंजाब): पंजाब के पटियाला में शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी और साजिशकर्ता बरजिंदर सिंह परवाना को रविवार सुबह मोहाली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को सुबह 7.20 बजे मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। वह विस्तारा की फ्लाइट से सुबह ही मुंबई से मोहाली पहुंचा था। इंस्पेक्टर शमिंदर सिंह के नेतृत्व में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) की पटियाला टीम ने उसे गिरफ्तार किया।
दरअसल, पटियाला में शुक्रवार को काली माता मंदिर के बाहर दो समूहों एक रैली के दौरान झड़प हो गई थी। इस दौरान तलवारें लहराने और पथराव जैसी घटनाएं सामने आई और पूरे इलाके में तनाव फैल गया। इस घटना में दो पुलिसकर्मियों सहित चार लोग घायल हो गए थे। इसके बाद हालात को संभालने के लिए कर्फ्यू भी लगाना पड़ा और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद की गई थीं।
बरजिंदर सिंह परवाना के खिलाफ पहले चार मामले हैं दर्ज
सामने आई जानकारी के अनुसार बरजिंदर सिंह परवाना का बैकग्राउंड आपराधिक है। उसके खिलाफ पहले से चार केस दर्ज हैं। पुलिस ने पटियाला हिंसा मामले में कुल छह एफआईआर दर्ज किए हैं। मामले में 25 लोगों को नामजद किया गया है। इसके बाद से हरीश सिंगला, कुलदीप सिंह और दलजीत सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस इसके बाद लगातार बरजिंदर परवाना की तलाश में जुटी थी।
बताया जाता है कि बरजिंदर सिंह परवाना पंजाब के सिख धार्मिक नेताओं में से एक है। वह दमदमी टकसाल जत्था राजपुरा का प्रमुख है। सोशल मीडिया के जरिए उस पर उग्रवाद को भड़काने जैसे आरोप हैं। वह आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पक्ष में वीडियो और बयान भी जारी करता रहा है।
बता दें कि पटियाला में हुई हिंसा की घटना के बाद कल पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पटियाला रेंज, पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया। घटना के कुछ घंटे बाद पुलिस ने 'शिवसेना (बाल ठाकरे)' नाम के एक समूह के 'कार्यकारी अध्यक्ष' हरीश सिंगला को बिना अनुमति के जुलूस निकालने और हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। यह झड़प काली माता मंदिर के बाहर उस समय हुई जब सिंगला के समूह ने पास के आर्य समाज चौक से 'खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च' शुरू किया था।