हरिद्वार: योग गुरु बाबा रामदेव का संस्थान पतंजलि (Patanjali) आज (23 जून) कोरोना वायरस ( COVID-19) की आयुर्वेदिक दवा को साइंटिफिक डिटेल के साथ पेश करेगी। पतंजलि योगपीठ के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) आचार्य बालकृष्ण ने ट्वीट करके जानकारी दी है। आचार्य बालकृष्ण ने ट्वीट कर बताया, कोरोना की आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल (Coronil) को मंगलवार दोपहर 12 बजे हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ में लॉन्च किया जाएगा। इस दौरान एविडेंस बेस्ड पहली आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल की पूरी साइंटिफिक डिटेल भी शेयर की जाएगी। इस अवसर पर बाबा रामदेव भी मौजूद रहेंगे।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा था- कोरोना के भारत में आते ही वैज्ञानिकों की टीम को रिसर्च में लगाया गया था
पतंजलि योगपीठ द्वारा जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि ये रिसर्च संयुक्त रूप से पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट और हरिद्वार एंड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस जयपुर द्वारा किया गया है। कोरोनिल को दिव्य फार्मेसी, हरिद्वार और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, हरिद्वार ने विकसित किया है। लॉन्च के दौरान वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और डॉक्टरों की टीम भी मौजूद रहेगी।
पिछले हफ्ते आचार्य बालकृष्ण ने बताया था कि कोरोना के भारत में आते ही उन्होंने वैज्ञानिकों की एक टीम का गठन किया था। आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया था कि कोविड-19 के रोगी 5-14 दिनों में पतंजलि द्वारा बनाई गई दवा को खाने के बाद ठीक हुए हैं और फिर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
भारत में कोरोना से चार लाख 25 हजार से ज्यादा मामले, 13 हजार से अधीक मौत
देश में ताजा आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 4,25,282 हो गई है। वहीं, संक्रमण से 445 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 13,699 हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में लगातार 11वें दिन 10,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। देश में कोविड-19 के तीन लाख मामलों के बाद महज आठ दिन में संक्रमितों का आंकड़ा रविवार को चार लाख के पार पहुंच गया।
स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है और अब तक 2,37,195 मरीज संक्रमण से उबर चुके हैं जबकि 1,74,387 ऐसे लोग हैं जो अब भी संक्रमण की चपेट में हैं। वहीं एक मरीज विदेश चला गया है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटे में, कोविड-19 के कुल 9,440 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने की दर 55.77 प्रतिशत हो गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक 21 जून तक कुल 69,50,493 नमूनों की जांच की गई जिसमें से 1,43,267 नमूनों की रविवार तक जांच की गई।