Parliament Monsoon Session 2023: संसद में 'मोदी-मोदी' के नारों के जवाब में विपक्ष ने लगाए 'इंडिया-इंडिया' के नारे, लगातार नारों के बीच ही एस.जयशंकर ने पढ़ा अपना भाषण
By अंजली चौहान | Updated: July 27, 2023 16:10 IST2023-07-27T13:28:28+5:302023-07-27T16:10:42+5:30
यह सब तब हुआ जब विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने पूरे शोर-शराबे के बीच उच्च सदन में अपना भाषण पढ़ा। सदन में हंगामे के बाद राज्यसभा को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

फोटो क्रेडिट- ट्विटर
Parliament Monsoon Session 2023: संसद भवन में मानसून सत्र की शुरुआत से ही लगातार हंगामा हो रहा है और आज तो इस हंगामें ने नई शक्ल ले ली है। सदन की कार्रवाई के दौरान पूरा सदन मोदी-मोदी और इंडिया-इंडिया के नारों से गूंजता हुआ सुनाई दिया।
केंद्र की बीजेपी सरकार के सांसदों ने जब मोदी-मोदी के नारों की शुरुआत की तो विपक्ष ने भी लगातार इंडिया-इंडिया के नारे लगाए। इस बीच, विदेश मंत्री और राज्यसभा संसाद एस. जयशंकर का भाषण होना था। एस. जयशंकर ने इस शोर में ही अपना भाषण पढ़ा और उसे पूरा किया।
बाद में सदन में हंगामे के बाद राज्यसभा को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। मणिपुर मुद्दे पर विरोध करने के लिए विपक्ष आज काले कपड़े पहनकर दिखाई दिया।
तमाम शीर्ष पार्टियों को मिलाकर बना नया गठबंधन भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन यानी इंडिया के तमाम दल काले कपड़ों में नजर आए जो कि पीएम मोदी से सदन में मणिपुर मुद्दे को लेकर चर्चा की मांग कर रहे हैं।
#WATCH | NDA MPs chant "Modi, Modi" in Rajya Sabha as EAM Dr S Jaishankar makes a statement on the latest developments in India's Foreign Policy. To counter this, INDIA alliance MPs chant "INDIA, INDIA." pic.twitter.com/REJgfm50h2
— ANI (@ANI) July 27, 2023
आज जो विपक्ष का आचरण है उस पर गौर होना चाहिए- एस. जयशंकर
गौरतलब है कि सदन में अपना भाषण खत्म करने के बाद जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर मीडिया के पास पहुंचे तो उन्होंने अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि वह सदन में पिछले महीने के हुए कामों को लेकर विपक्ष को अवगत कराना चाहते थे लेकिन वह यह सुनने के लिए तैयार नहीं हुआ।
#WATCH | EAM Dr S Jaishankar says, "...I wanted to inform the House of the developments made in the past month. You saw a very successful visit of the PM to the US...I felt bad that the Opposition was not ready to listen. It seemed that they wanted to criticise any and every… pic.twitter.com/wFNexGv6go
— ANI (@ANI) July 27, 2023
एस जयशंकर ने कहा, "मुझे बुरा लगा कि विपक्ष इसके लिए तैयार नहीं था। ऐसा लग रहा था कि वे देश की हर उपलब्धि की आलोचना करना चाहते थे। विदेश नीति एक ऐसा क्षेत्र है जहां हम आम तौर पर एक साथ काम करते हैं। हम देश के भीतर बहस कर सकते हैं लेकिन देश के बाहर हमें एकजुट होकर प्रदर्शन करना चाहिए। आज विपक्ष का आचरण ऐसा होना चाहिए इस पर गौर किया जाना चाहिए, जब राष्ट्रीय हित की बात हो तो राजनीति को किनारे रख देना चाहिए और इसकी सराहना करनी चाहिए।"
इससे पहले सदन की कार्रवाई के लिए सारे विपक्षी दल काले कपड़ों में पहुंचे। इस दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा ने कहा, 'आज भारत गठबंधन के सांसदों ने फैसला किया है कि मणिपुर के लोगों पर हो रहे अत्याचार और वहां हो रही बर्बरता का विरोध करने के लिए हम काले कपड़े पहनेंगे और जाएंगे।' आज संसद। यह संदेश देने के लिए एक प्रतीकात्मक विरोध होगा कि दुख की इस घड़ी में हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं।''
हमें बोलने का मौका नहीं मिलता- कांग्रेस
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''हमें संसद में बोलने का मौका नहीं मिलता। हमने मांग की कि पीएम मोदी को संसद में आना चाहिए और मणिपुर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा करनी चाहिए। पता नहीं क्यों प्रधानमंत्री बोल नहीं रहे हैं। हमें अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर होना पड़ा।"
उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि इससे सरकार नहीं गिरेगी, लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। देश के प्रधानमंत्री को देश के सामने आकर मणिपुर पर बोलना चाहिए।"
भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (आई.एन.डी.आई.ए.) के सभी संसद सदस्य गुरुवार को मणिपुर की स्थिति पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए संसद में काले कपड़े पहनेंगे।