कांग्रेस ने सोमवार को अपने सभी राज्य सभा सांसदों को तीन पंक्तियों का व्हिप जारी करके चार फ़रवरी से आठ फ़रवरी तक उच्च सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है।
संसद के मौजूदा बज़ट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी से हुई। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने एक फ़रवरी को बज़ट 2019 पेश किया। इसी साल चुनाव होने हैं इसलिए नरेंद्र मोदी सरकार का यह अंतरिम बज़ट था।
Parliament Budget Session Live Updates:
- राजद सांसद जेपी यादव ने नए 13-प्वाइंट रोस्टर के विरोध में लोक सभा में नोटिस दिया है।
- कांग्रेस ने अपने राज्य सभा सासंदों को चार से आठ फरवरी तक सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया।
संसद का बज़ट सत्र
भारतीय संसद (राज्य सभा और लोक सभा) की हर साल होने वाली तीन बैठकों को संसद सत्र कहते हैं। इन सत्रों में सभी विधायी कार्य पूरे किये जाते हैं। भारतीय संविधान के अनुसार संसद के दो सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा अंतराल नहीं होना चाहिए। इस वजह से हर साल संसद के कम से कम दो सत्र जरूर आयोजित होते हैं।
संसद का बज़ट सत्र फ़रवरी से मई के बीच आहुत होता है। संसद का मॉनसून सत्र जुलाई से सितम्बर के बीच आहुत होता है। संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर से दिसंबर के बीच आयोजित होता है। बज़ट सत्र के दौरान भारत सरकार अपना सालाना या अंतरिम बज़ट पेश करती है। इस बज़ट में सरकार वार्षिक आय और व्यय का लेखा-जोखा पेश करती है।