IAF Air Surgical Strike Attack on Pakistan Latest News Updates: पुलवामा आतंकी हमले और बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। दोनों देशों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है और तनाव चरम पर है। बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने भारतीय वायुसेना के विमान को गिराने का दावा किया और वायुसीमा को पार किया तो वहीं भारत ने दावा किया कि सेना ने पाकिस्तानी विमान एफ-16 को निशाना बनाकर गिरा दिया। इसी बीच भारत सरकार ने उच्च स्तरीय बैठकें कीं।
वित्त मंत्री अरुण जेटली का बयान आया कि अमेरिका पाकिस्तान में घुसकर लादेन को मार सकता है तो कुछ भी संभव है। वहीं, समाचार चैनलों के स्टूडियो खुद को वॉर रूम दिखाने लगे और एंकरों, रिपोर्टरों और मेहमानों के तेवरों से लगने लगा कि युद्ध होकर रहेगा। सवाल है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है तो कौन सा देश किसका साथ देगा?
बता दें कि युद्ध की स्थिति में ईरान का अहम रोल होगा। भारत की तरह ईरान भी पाक समर्थित आतंकियों से परेशान है और आतंकी हमलों का दंश झेल रहा है। इस महीने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स पर पुलवामा जैसा हमला हुआ। सिस्तान-बलूचिस्तान क्रॉस बॉर्डर इलाके में विस्फोटक से भरी कार आईआरजीएस की बस से टकरा गई, जिसमें ईरान के 27 जवान मारे गए। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में पल रहे आतंकी संगठन जैश-उल-अदल ने ली।
बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद मौके का मुआयना करते पाक रेंजर्स।
ईरान की पाक को धमकी, छोड़ेंगे नहीं
ईरानी सेना के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी ने धमकी दी कि पाकिस्तान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी। सुलेमानी ने पाक से कहा कि तुम्हारे पास एटम बम है फिर भी अपनी जमीन पर आतंकी संगठनों को खत्म नहीं कर पा रहे हो। तुम्हारी सांत्वना नहीं चाहिए।
सुलेमानी ने कहा कि ईरान बताना चाहता है कि पाकिस्तान अपनी सीमाओं को पड़ोसी मुल्कों के लिए असुरक्षा का स्रोत न बनने दें। अगर किसी और ने ऐसा किया, तो वह बुरी तरह बिखर जाएगा। ईरान अपने जवानों की शहादत का बदला लेगा उन आतंकियों से लेगा, जिन्होंने ये अपराध किया। फिर चाहे वे दुनिया में कहीं भी हों।पुलवामा हमले के बाद भारत के समर्थन में आए 48 देश-
बढ़िया हैं भारत और ईरान के कूटनीतिक सम्बन्ध
वहीं, ईरान और भारत के बीच कूटनीतिक संबंध अच्छे रहे हैं। हाल में ईरान ने भारत के लिए चाबहार पोर्ट भी खोल दिया है। कोई संदेह नहीं कि युद्ध की स्थिति में ईरान भारत का साथ देगा। अगर ऐसा हुआ तो ईरान और भारत के बीच पाकिस्तान की स्थिति सैंडविच की तरह होगी। युद्ध की स्थिति में रूस और अमेरिका का साथ भी भारत को मिल सकता है। अमेरिका पहले से ही पाक धरती से चल रहे हक्कानी नेटवर्क और अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उसे कहता रहा है और कारवाई न होती देख उसकी एक बड़ी आर्थिक मदद को भी बंद कर चुका है।
वहीं, बालाकोट में भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद भी ट्रंप शासन ने भारत का समर्थन किया है और पाक को चेताया है कि वह सैन्य कार्रवाई के लिए न सोचे। रूस भारत को पुराना मित्र है। भारतीय सेना में शामिल कई हथियारों से लेकर जहाज तक रूस निर्मित हैं। ईरान को लेकर भी रूस का रुख एकतरफा नहीं है। इसमें कोई दोराय नहीं, युद्ध की स्थिति में वह भारत के साथ संबंधों की परवाह करेगा।
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के इन इलाकों पर गिराए बम
पाकिस्तान से चीन इसलिए नहीं निभाएगा दोस्ती
बालाकोट में भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद से चीन भी ने भी खामोश रहकर भारत का समर्थन ही किया है। पुलवामा हमले की चीन ने निंदा की थी। वहीं, चीन पाकिस्तान के साथ दोस्ती का कितना भी दंभ भरता हो और पीओके से होकर आर्थिक गलियारा बना रहा हो लेकिन हकीकत यह भी है कि भारत चीन के लिए सबसे बड़ा बाजार है जिससे उसके आर्थिक हित सीधे प्रभावित होते हैं। मतलब साफ है कि चीन कहे कुछ भी लेकिन यु्द्ध की स्थिति में वह पहले से मर रहे पाकिस्तान का साथ नहीं देने वाला है। सऊदी अरब के हित भी पाकिस्तान से ज्यादा भारत से जुड़े हुए हैं।
75 देशों को साधकर भारत ने पाक को सिखाया सबक
वहीं, भारत दुनिया के कई देशों को यह बताने और समझाने में सफल रहा है कि पाकिस्तान किस प्रकार अपनी जमीन आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल कर रहा है। बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक भी एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा थी। भारत ने 75 देशों को साधने के बाद पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को उड़ाया। इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए भारत ने पुलवामा हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के सबूत अमेरिका और रूस समेत कई देशों को पहले ही दे दिए थे और वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक मोर्चा खोल दिया था। मौजूदा हालातों को देखते हुए कहा जा सकता है कि भारत से जंग पाकिस्तान के लिए नुकसान का सौदा होगा।