लाइव न्यूज़ :

राजौरी में पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा, एलओसी पर स्नाइपर गोलीबारी से बीएसएफ अफसर शहीद

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: December 1, 2020 15:32 IST

पाकिस्तान के सैनिक लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहे हैं। राजौरी के मेंढर सेक्टर में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी में बीएसएफ के सब इंस्‍पेक्‍टर शहीद हुए हैं, वह राजौरी में एफडीएल पर तैनात थे।

Open in App
ठळक मुद्देसीजफायर के 17 सालों के अरसे में अभी तक वह स्नाइपर फायर में 140 से अधिक जवान शहीद हुए।अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना ने भी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया।

जम्मूः एलओसी पर राजौरी के मेंढर सेक्टर में पाकिस्तानी स्नाइपरों द्वारा की गई गोलीबारी ने बीएसएफ के एक अफसर की जान ले ली है।

यह कोई पहला मौका नहीं है कि एलओसी पर स्नाइपर गोलीबारी ने सेना को परेशान किया हो बल्कि सीजफायर के 17 सालों के अरसे में अभी तक वह स्नाइपर फायर में 140 से अधिक जवान खो चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि पाक स्नाइपरों ने मेंढर के तारकुंडी में आज तड़के स्नाइपर से गोलियां दागी जिस कारण बीएसएफ की 59वीं बटालियन के सब इंस्पेक्टर पी जाथा की घटनास्थल पर ही तत्काल मौत हो गई।

मिलने वाले समाचार कहते हैं कि इस घटना के बाद दोनों पक्षों में भीषण गोलाबारी आरंभ हो गई थी जिसमें पाक सेना को जबरदस्त क्षति पहुंचाई गई थी। वैसे एलओसी पर स्नाइपर फायर से शहीद होने वाले पी जाथा पहले जवान नहीं हैं। बल्कि 17 सालों के सीजफायर के अरसे में 140 से अधिक जवान व अफसर शहादत पा चुके हैं।

सितम्बर के पहले हफ्ते में भी दो जवानों की मौत एलओसी पर स्नाइपर शाट से हुई थी। जबकि इस साल जून के बाद 32 जवानों को सेना एलओसी पर खो चुकी है। दरअसल इन रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं के पीछे पाक सेना के वे निशानेबाज हैं जो स्नाईपर राइफलों से भारतीय जवानों को निशाना बना रहे हैं।

कई बार फ्लैग मीटिंगों में भारतीय पक्ष द्वारा इस पर आपत्ति जताई जा चुकी है लेकिन हर बार पाक सेना ऐसी किसी गोलीबारी की घटना से इंकार कर चुकी है। नतीजतन रहस्यमयी गोलीबारी, जिसके पीछे भारतीय पक्ष के मुताबिक पक्के तौर पर पाक सेना और उसके वे आतंकी पिट्ठू हैं जो सीमा के उस पार पाक सीमा चौकियों पर शरण लिए हुए हैं, से सेना परेशान हो उठी है।

ऐसी दशा में सेना के पास ऐसी रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं और घुसपैठ के बढ़ते दबाव से निपटने का एक ही रास्ता बचा है और वह यह है कि एलओसी पर जारी सीजफायर समाप्त हो जाए। एक सेनाधिकारी के बकौलः‘सीजफायर ने पाक सेना को अपनी पोजिशनें मजबूत करने और घुसपैठ को कारगार ढंग से अंजाम देने का मौका दिया है।’

वर्ष 2003 में जब दोनों मुल्कों के बीच संघर्ष विराम समझौता हुआ तो कुछ अरसे तक एलओसी तथा इंटरनेशनल बार्डर पर शांति बनी रही थी पर यह ज्यादा देर तक इसलिए नहीं टिक पाई क्योंकि पाकिस्तान की ओर से की जाने वाली रहस्यमयी गोलीबारी ने भारतीय जवानों की जानें लेनी आरंभ कर दी थी। 

फिर जब इसके प्रति जानकारियां सामने आईं तो वे चौंकाने वाली थीं कि ऐसी रहस्यमयी गोलीबारी अर्थात स्नाइपर शाटों के पीछे पाक सेना के प्रशिक्षित कमांडों के साथ-साथ वे आतंकी भी थे जिन्हें पाकिस्तानी सेना ऐसी ट्रेनिंग दे रही थी।

टॅग्स :सीमा सुरक्षा बलपाकिस्तानजम्मू कश्मीरआतंकवादीगृह मंत्रालय
Open in App

संबंधित खबरें

भारतAdventure Tourism Summit 2025: एडवेंचर टूरिज्म कार्यक्रम के लिए है कश्मीर, जानें क्या कुछ होगा खास

भारतबारिश की कमी से कश्मीर में गंभीर जलसंकट, सारा दारोमदार बर्फ पर टिका

ज़रा हटकेपाकिस्तानी महिला ने पीएम मोदी से लगाई मदद की गुहार, पति के दिल्ली में दूसरी शादी करने का किया दावा

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारत अधिक खबरें

भारतमहाराष्ट्र शीतकालीन सत्र: चाय पार्टी का बहिष्कार, सदनों में विपक्ष के नेताओं की नियुक्ति करने में विफल रही सरकार

भारतगोवा अग्निकांड: मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, सीएम प्रमोद सावंत ने ₹5 लाख मुआवज़े की घोषणा की

भारतसतत निगरानी, सघन जांच और कार्रवाई से तेज़ी से घटा है नक्सली दायरा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भारतयूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में योगी सरकार लाएगी 20,000 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट, 15 दिसंबर हो सकता है शुरू

भारतकांग्रेस के मनीष तिवारी चाहते हैं कि सांसदों को संसद में पार्टी लाइन से ऊपर उठकर वोट देने की आजादी मिले, पेश किया प्राइवेट मेंबर बिल