Operation Sindoor: पीओके को वापस लो, मंत्री रामदास आठवले ने कहा-अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश को और युद्ध लड़ने पड़ेंगे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 15, 2025 18:08 IST2025-05-15T18:06:43+5:302025-05-15T18:08:14+5:30
Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया है। संघर्ष विराम अब कुछ दिनों के लिए है, लेकिन हमारी सेना ने सबक सिखाया है और हमने पाकिस्तान में 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है।

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Operation Sindoor: केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश को और युद्ध लड़ने पड़ेंगे। केंद्रीय मंत्री ने भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना करते हुए कहा कि सेना ने पाकिस्तान को सबक सिखा दिया है। आठवले ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत ने पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया है। संघर्ष विराम अब कुछ दिनों के लिए है, लेकिन हमारी सेना ने सबक सिखाया है और हमने पाकिस्तान में 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है। ऐसा नहीं है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता के बाद अभियान को रोका गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने प्रस्ताव रखा है कि पाकिस्तान को पीओके (भारत को) सौंप देना चाहिए और आतंकवादी गतिविधियां बंद कर देनी चाहिए।’’ सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ने कहा कि किसी तीसरे पक्ष को (कश्मीर के) मामले पर मध्यस्थता करने का अधिकार नहीं है और भारत का रुख यह है कि गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहले भी संसद में कहा है कि पीओके भारत का हिस्सा होना चाहिए। अगर पाकिस्तान इसे नहीं सौंपता है तो हमें इसे वापस पाने के लिए और युद्ध लड़ने होंगे।’’ आठवले ने विपक्षी दलों से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई का सबूत मांगकर इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने का आग्रह किया।
शिवसेना (उबाठा) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई एवं महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे के एक साथ आने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर आठवले ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि वे साथ आएंगे, क्योंकि उनके बीच मतभेद हैं। अगर वे साथ आते हैं, तो कांग्रेस महा विकास आघाडी (एमवीए) में राज ठाकरे को स्वीकार नहीं करेगी।’’
उन्होंने दलित नेताओं से समुदाय के कल्याण के लिए एक मंच पर आने की भी अपील की। रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अगर ऐसा हुआ तो मैं अपने मंत्री पद की परवाह नहीं करूंगा।’’