सरकार ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने अपने दायित्वों से स्वयं को मुक्त किए जाने की इच्छा जताई है।
सरकार के प्रधान प्रवक्ता सीतांशु कार ने कहा कि मोदी ने मिश्रा से दो सप्ताह तक पद पर बने रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा को प्रधानमंत्री ने विशेष दायित्व अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। मिश्रा 2014 से प्रधानमंत्री कार्यालय में मोदी के साथ रहे हैं।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने स्वयं को पद से कार्यमुक्त किए जाने की इच्छा जताई है। सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनसे दो सप्ताह तक पद पर बने रहने को कहा है। पीएम ने पीके सिन्हा (सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी) को पीएमओ में विशेष कर्तव्य पर अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है।
इस बीच, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने स्टार्टअप से जुड़ी शिकायतों के निपटान के लिए पांच-सदस्यीय विशेष प्रकोष्ठ के गठन की अधिसूचना जारी की।
चेयरमैन पद के लिए अनदेखी होने पर सीबीडीटी के सदस्य अखिलेश रंजन ने मांगी सेवानिवृत्ति
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन पद के लिए नाम पर विचार नहीं किये जाने के बाद बोर्ड के सदस्य अखिलेश रंजन ने सरकार से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिये आवेदन किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रंजन ने 'पारिवारिक एवं निजी कारणों' से सेवानिवृत्ति मांगी है।
हालांकि, घटनाक्रम से अवगत सूत्रों ने बताया कि अगर आईआरएस अधिकारी को सीबीडीटी चेयरमैन के पद पर प्रोन्नत किया गया होता तो वह अपनी सेवाएं जारी रखते। सरकार ने सीबीडीटी के मौजूदा चेयरमैन पी सी मोदी को एक साल का सेवा विस्तार दिया है।
मोदी को 31 अगस्त को सेवानिवृत होना था। भारतीय राजस्व सेवा के 1982 बैच के अधिकारी अखिलेश रंजन सीबीडीटी में मोदी के बाद दूसरे नंबर पर थे और उनके अगले साल अप्रैल में सेवानिवृत्त होना था।