Niti Aayog Meeting Today Live: चंद्रबाबू को 20 मिनट, असम, गोवा, छत्तीसगढ़ सीएम को 10-12 मिनट और मुझे 5 मिनट, मेरा माइक बंद कर दिया गया, सीएम ममता का आरोप, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 27, 2024 12:44 PM2024-07-27T12:44:12+5:302024-07-27T13:17:32+5:30
Niti Aayog Meeting Today Live Updates: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अनुचित व्यवहार और बोलने के लिए अपर्याप्त समय का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की बैठक से बाहर चली गईं।
Niti Aayog Meeting Today Live Updates: नीति आयोग की बैठक में शामिल हो रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा आरोप लगा दिया। मीटिंग को बीच में छोड़ते हुए भाजपा सरकार पर हमला किया। बनर्जी अनुचित व्यवहार और बोलने के लिए अपर्याप्त समय का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की बैठक से बाहर चली गईं। उन्होंने कहा, ''मैं बैठक का बहिष्कार करके आई हूं। चंद्रबाबू नायडू को बोलने के लिए 20 मिनट का समय दिया गया। असम, गोवा, छत्तीसगढ़ के सीएम 10-12 मिनट बोले। सिर्फ 5 मिनट बाद मुझे बोलने से रोक दिया गया।
#WATCH | Delhi: West Bengal CM Mamata Banerjee says, "...I was speaking, my mic was stopped. I said why did you stop me, why are you discriminating. I am attending the meeting you should be happy instead of that you are giving more scope to your party your government. Only I am… pic.twitter.com/53U8vuPDpZ
— ANI (@ANI) July 27, 2024
VIDEO | "I have come out boycotting the meeting. Chandrababu Naidu was given 20 minutes to speak, CMs of Assam, Goa, Chhattisgarh spoke for 10-12 minutes. I was stopped from speaking after just five minutes. This is unfair. From the opposition side, only I am representing here,… pic.twitter.com/ur9hN1RsUA
— Press Trust of India (@PTI_News) July 27, 2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को दिल्ली में नीति आयोग की बैठक बीच में छोड़कर बाहर निकल गईं। ममता ने कहा कि उन्हें ‘‘महज पांच मिनट बोलने के बाद’’ रोक दिया गया। उन्होंने 2024-25 के केंद्रीय बजट की भी आलोचना की और इसे ‘‘पक्षपातपूर्ण’’ बताया।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता ने बैठक से बाहर आने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं बैठक का बहिष्कार करके बाहर आई हूं। (आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री) चंद्रबाबू नायडू को बोलने के लिए 20 मिनट दिए गए। असम, गोवा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों ने 10 से 12 मिनट तक अपनी बात रखी। मुझे पांच मिनट बाद ही बोलने से रोक दिया गया। यह अनुचित है।’’
ममता ने कहा, ‘’विपक्ष की तरफ से मैं यहां अकेली नेता हूं। मैंने बैठक में इसलिए हिस्सा लिया, क्योंकि सहकारी संघवाद को मजबूत किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने केंद्रीय बजट की निंदा करते हुए कहा, ‘‘यह राजनीतिक एवं पक्षपातपूर्ण बजट है। मैंने कहा कि आप अन्य राज्यों के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं? नीति आयोग के पास कोई वित्तीय शक्तियां नहीं हैं, तो यह कैसे काम करेगा? इसे वित्तीय शक्तियां दें या योजना आयोग को वापस लाएं।’’
नीति आयोग की नौवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक राष्ट्रपति भवन में आयोजित की गई। 'पक्षपातपूर्ण' केंद्रीय बजट के आरोप लगाकर विपक्ष शासित राज्यों ने विरोध किया। तेलंगाना के रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन सहित 8 राज्य के मुख्यमंत्री नहीं आए।
अधिकारियों हवाले से बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी दूर रहे। गवर्निंग काउंसिल में सभी मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि न केवल बंगाल का बल्कि सभी क्षेत्रीय दलों का भी अपमान है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मैं बोल रही थी, मेरा माइक बंद कर दिया गया। मैंने कहा कि आपने मुझे क्यों रोका, आप भेदभाव क्यों कर रहे हैं। मैं बैठक में भाग ले रही हूं, आपको खुश होना चाहिए। आपकी पार्टी आपकी सरकार, विपक्ष से सिर्फ मैं हूं और आप मुझे बोलने से रोक रहे हैं।