'लोकमत महिला शिखर सम्मेलन 2022' के नौवें संस्करण का नागपुर में होगा भव्य आयोजन, विभिन्न क्षेत्रों में सफल महिलाएं बताएंगी अपनी संघर्षगाथा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 13, 2022 07:46 PM2022-05-13T19:46:15+5:302022-05-13T20:12:01+5:30
'लोकमत महिला शिखर सम्मेलन-2022' के नौवें संस्करण का भव्य आयोजन शनिवार, 14 मई को नागपुर में किया जाएगा। लोकमत मीडिया के संपादकीय बोर्ड के अध्यक्ष और राज्य सभा के पूर्व सदस्य श्री विजय दर्डा कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
नागपुर: लोकमत मीडिया समूह के 'लोकमत महिला शिखर सम्मेलन-2022' के नौवें संस्करण का भव्य आयोजन शनिवार, 14 मई को नागपुर में किया जाएगा। लोकमत यह कार्यक्रम नागपुर के पिजन एंड निर्मल उज्जवल क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी और लोढ़ा गोल्ड टीएमटी बार के सहयोग से प्रस्तुत करने जा रहा है।
इस शिखर सम्मेलन में 'उड़ने की आशा' के कॉन्सेप्ट के तहत महिलाओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में प्रेरणादायक काम करने की उपलब्धियों को व्यापक तौर पर रेखांकित किया जाएगा। इसमें उन महिलाओं को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर अलग-अलग क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त की है।
लोकमत महिला शिखर सम्मेलन के इस नौवें संस्करण का उद्घाटन महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर, ग्रेविटस फाउंडेशन की अध्यक्ष उषा काकड़े और नागपुर के निर्मल उज्जवल क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के संस्थापक प्रमोद मनमोडे की उपस्थिति में होगा।
इस अवसर पर लोकमत मीडिया के संपादकीय बोर्ड के अध्यक्ष और राज्य सभा के पूर्व सदस्य श्री विजय दर्डा उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर, प्रमुख सचिव (पर्यावरण और प्रोटोकॉल) मनीषा म्हैस्कर, अमरावती शहर की पुलिस आयुक्त आरती सिंह, भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन की संस्थापक जकिया सोमन, सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर की निदेशक डॉ अपूर्वा पालकर, एयर इंडिया लिमिटेड की कैप्टन शिवानी कालरा, बाल तस्करी के खिलाफ कार्यकर्ता सुनीता कर, अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर, रसिका दुग्गल, संजना सांघी और महिलाओं की वकालत करने वाली कार्यकर्ता केतकी जानी इस अवसर पर प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगी।
मौजूदा दौर में समाज के सभी क्षेत्रों में महिलाएं शीर्ष पदों पर काबिज हैं। हालांकि इस सफर में महिलाओं को अपनी जगह बनाने में काफी संघर्ष करना पड़ा है।
सफलता पाने की चाहत में महिलाओं को रास्ते में कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है। उन्हें तरह-तरह के अन्याय और तिरस्कार का सामना करते हुए अपनी जगह बनाने के लिए भारी संघर्ष करना पड़ता है। कई महिलाओं को तो बाल तस्करी से लेकर यौन शोषण जैसे दर्दनाक उत्पीड़न तक को सहना पड़ता है।
आज के तरक्कीशुदा दौर में भी महिलाएं कई जगहों पर स्वयं को असुरक्षित महसूस करती हैं लेकिन इन्हीं दिक्कतों के बीच महिलाओं ने अपने हौसले से, अपने काम से उपलब्धियों की ऐसी इबारत लिखी है कि समाज आज उन महिलाओं पर नाज कर रहा है।
महिलाओं ने स्वयं को सशक्त बनाते हुए, सभी बाधाओं को पार करते हुए, अपने अनूठे प्रयास के कारण सभी क्षेत्रों में बड़ी छलांग लगाई है। लोकमत महिला शिखर सम्मेलन के नौवें संस्करण में आयोजित विभिन्न संगोष्ठियों के दौरान महिलाओं की इन्हीं प्रेरक यात्राओं को जन-जन के सामने उजागर करने का सार्थक प्रयास किया जाएगा।