कर्नाटक में कांग्रेस के लिए नयी मुसीबत, सिद्धरमैया और राव के नेतृत्व पर सवाल
By भाषा | Updated: September 27, 2019 23:11 IST2019-09-27T23:11:29+5:302019-09-27T23:11:29+5:30
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल की अगुवाई में प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व की ‘मनमर्जी से काम करने की शैली’ और चुनावों में पार्टी की हार को लेकर जवाबदेही नहीं तय करने को लेकर नाखुशी प्रकट की थी।

कर्नाटक में कांग्रेस के लिए नयी मुसीबत, सिद्धरमैया और राव के नेतृत्व पर सवाल
कर्नाटक में कांग्रेस के लिए नयी मुसीबत खड़ी करते हुए कुछ वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया एवं प्रदेश पार्टी अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव की कामकाज की ‘मनमर्जी से काम करने की’ शैली पर सवाल उठाया है। आलोचना से बेपरवाह राव ने शुक्रवार को कहा कि जबतक पार्टी हट जाने के लिए नहीं कहती है, तबतक वह अपने पद पर बने रहेंगे।
राव ने यहां संवाददातओं से कहा, ‘‘कुछ लोग राजनीतिक रूप से झूठे अभियान में लगे हैं, मैं उसपर ध्यान नहीं देता हूं। जबतक आलाकमान मुझे पद पर बने रहने के लिए कहता है, मैं अपने पद बना रहूंगा। यदि आलाकमान मुझे पद से हटने के लिए कहता है तो मैं अपना पद छोड़ दूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ बस कुछ लोगों ने कह दिया। इसका मतलब यह नहीं कि मैं इस्तीफा दे दूंगा। किसी ने इसकी मांग भी नहीं की है। मैं पार्टी के हित में काम करूंगा।’’ जब कांग्रेस कर्नाटक के 15 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के वास्ते उम्मीदवारों की अपनी सूची तय करने में जुटी है तब बृहस्पतिवार को एक बैठक में कुछ वरिष्ठ नेताओं के बीच मतभेद उभरने के साथ ही उसमें विभाजन नजर आ रही है।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल की अगुवाई में प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व की ‘मनमर्जी से काम करने की शैली’ और चुनावों में पार्टी की हार को लेकर जवाबदेही नहीं तय करने को लेकर नाखुशी प्रकट की थी।
पार्टी नेताओं के अनुसार बैठक में राव एवं पार्टी विधायक दल के नेता सिद्धरमैया बी के हरिप्रसाद एवं के एच मुनयप्पा के निशाने पर थे। हरिप्रसाद एवं मुनियप्पा ने ‘उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया’ के दौरान नहीं संपर्क किये जाने एवं नाम करीब करीब तय हो जाने के बाद बुलाये जाने पर एतराज दर्ज कराया।