NEET Paper Leak 2024: नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया से सीबीआई के द्वारा की की जा रही गहन पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। सीबीआई के द्वारा पूछताछ हैरान करने वाला तथ्य सामने आया है। पेपर लीक के इस नेटवर्क में एक डीआईजी रैंक अधिकारी का रिश्तेदार विभोर आनंद भी शामिल था। विभोर का काम अभ्यर्थियों और उनके माता-पिता से संपर्क स्थापित करना और पेपर लीक की डील को फाइनल करना था। वह अभ्यर्थियों को वडोदरा के परशुराम राय से मिलवाता था, जो एक शिक्षा सलाहकार और वीजा कंसल्टेंट के रूप में काम करता है।
सूत्रों के अनुसार परशुराम राय अभ्यर्थियों को यह भरोसा दिलाता था कि वे परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र देख सकेंगे। इसके बदले में वह लाखों रुपये की डील करता और विभोर को मोटा कमीशन मिलता था। सीबीआई और गुजरात पुलिस की एसआईटी ने इस मामले में अब तक जय जलाराम स्कूल के प्रधानाध्यापक पुरुषोत्तम शर्मा, शिक्षक तुषार भट्ट, परशुराम राय, दलाल आरिफ वोहरा और बिहार निवासी विभोर आनंद को गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि विभोर को उसके दरभंगा स्थित ससुराल से गिरफ्तार किया गया, जिसने इस मामले को और भी सनसनीखेज बना दिया।
परीक्षा माफिया संजीव मुखिया को सीबीआई रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ में जुटी है। चर्चित केस की गुत्थी सुलझाने में जुटी सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है। पूछताछ में मास्टरमाइंड संजीव मुखिया ने स्वीकार किया है कि वह 5 मई 2024 को गुजरात के गोधरा में मौजूद था। पेपर लीक जिस जय जलाराम स्कूल से हुआ, उस जगह से संजीव मुखिया महज डेढ़ किलोमीटर दूर था।
उल्लेखनीय है कि गोधरा का जय जलाराम स्कूल, जहां से नीट यूजी 2024 का पेपर लीक होने की बात सामने आई थी। यह खुलासा न केवल उसकी संलिप्तता की ओर इशारा करता है, बल्कि उसकी मंशा और इस पूरे खेल में उसकी सक्रिय भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, संजीव ने यह भी स्वीकार किया कि उसका नेटवर्क इस लीक को अंजाम देने में पूरी तरह से संगठित था।
सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि संजीव मुखिया का पेपर लीक नेटवर्क केवल गुजरात तक सीमित नहीं है। यह बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब जैसे कई राज्यों में फैला हुआ है। संजीव न केवल प्रश्नपत्र लीक करने का काम करता है, बल्कि इन्हें सिस्टम के भीतर तक पहुंचाने का एक सुनियोजित तंत्र भी विकसित कर चुका है।
उसका नेटवर्क इतना मजबूत है कि वह शिक्षा माफिया के साथ-साथ प्रशासनिक और पुलिस तंत्र के कुछ लोगों के साथ भी जुड़ा हुआ है। सीबीआई के अनुसार संजीव को अब गोधरा मामले में गहन पूछताछ के लिए अहमदाबाद ले जाया जा सकता है।
जांच एजेंसियां इस नेटवर्क की गहराई तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस जाल में और कौन-कौन शामिल है। अधिकारी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में और भी कई चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं।