Maha Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट को लेकर बोले जयंत पाटिल- हम आखिरी तक उद्धव ठाकरे संग मजबूती से खड़े रहेंगे
By मनाली रस्तोगी | Published: June 23, 2022 04:46 PM2022-06-23T16:46:08+5:302022-06-23T16:47:57+5:30
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता जयंत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी महाराष्ट्र के विकास और कल्याण के लिए स्थापित सरकार है। हम अंत तक उद्धव जी ठाकरे के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे।
मुंबई: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट जारी है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष और राज्य सरकार में मंत्री जयंत पाटिल ने गुरुवार को महाराष्ट्र विकास अघाड़ी को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "महाराष्ट्र विकास अघाड़ी महाराष्ट्र के विकास और कल्याण के लिए स्थापित सरकार है। हम अंत तक उद्धव जी ठाकरे के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे।"
"Maharashtra Vikas Aghadi is a government established for the development and welfare of Maharashtra. We will stand firmly with Uddhavji Thackeray till the end," tweets NCP leader Jayant Patil
— ANI (@ANI) June 23, 2022
(file photo) pic.twitter.com/KZNABhWuwx
बताते चलें कि इससे पहले पाटिल ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा था कि आज शाम पांच बजे मैंने अपने सभी विधायकों को एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है ताकि उन्हें चल रहे घटनाक्रम से अवगत कराया जा सके। हमारे सांसद, संगठन प्रमुख (शरद पवार) भी वहां होंगे। एनसीपी विधायकों की बैठक आज वाईबी चव्हाण सेंटर मुंबई में होगी।
Meeting of NCP MLAs will be held at YB Chavan Centre, Mumbai today: Jayant Patil, NCP pic.twitter.com/I9NylVKzi6
— ANI (@ANI) June 23, 2022
I don't think that to form govt in one state, you can show your strength in another state. He (rebel Shiv Sena MLA Eknath Shinde) has to come here to show his MLAs to Governor...thereafter Governor will take the necessary decision: Jayanti Patil. NCP#MaharashtraPoliticalCrisispic.twitter.com/T22AhoaPpm
— ANI (@ANI) June 23, 2022
यही नहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता जयंत पाटिल ने ये भी कहा कि मुझे नहीं लगता कि एक राज्य में सरकार बनाने के लिए आप दूसरे राज्य में अपनी ताकत दिखा सकते हैं। उन्हें (शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे) अपने विधायकों को राज्यपाल को दिखाने के लिए यहां आना है। इसके बाद राज्यपाल आवश्यक निर्णय लेंगे।