एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर बड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि राहुल गांधी में कुछ हद तक 'निरंतरता' की कमी लगती है। शरद पवार ने ये अहम टिप्पणी उस समय की है जब एनसीपी महाराष्ट्र की सरकार में साझीदार है।
हालांकि साथ ही पवार ने राहुल गांधी पर बराक ओबामा की टिप्पणियों को लेकर कड़ी आपत्ति भी जताई। पवार का साक्षात्कार गुरुवार को लोकमत मीडिया के अध्यक्ष और पूर्व सांसद विजय दर्डा ने किया। यह पूछे जाने पर कि क्या देश राहुल गांधी को नेता मानने के लिए तैयार है, तो पवार ने कहा कि इस संबंध में कुछ सवाल हैं।
पवार ने कहा, 'उनमें निरंतरता की कमी लगती है।' ओबामा ने हाल ही में प्रकाशित अपने संस्मरण में कहा था कि कांग्रेस नेता शिक्षक को प्रभावित करने के लिए उस उत्सुक छात्र की तरह लगते हैं जिसमें विषय में महारत हासिल करने के लिए योग्यता और जुनून की कमी है।
इस बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि हम सभी के विचार को स्वीकार करें। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने देश के नेतृत्व के बारे में कुछ भी कह सकता हूं। लेकिन मैं दूसरे देश के नेतृत्व के बारे में बात नहीं करूंगा। किसी को उस सीमा को बनाए रखना चाहिए। मुझे लगता है कि ओबामा ने उस सीमा को पार कर लिया।'
कांग्रेस के भविष्य पर पूछे गए एक सवाल और ये पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी ही इस पार्टी के लिए 'बाधा' बन रहे हैं, पवार ने कहा कि किसी भी पार्टी का नेतृत्व इस बात पर निर्भर करता है कि संगठन के भीतर उसकी स्वीकार्यता कैसी है।
पवार ने कहा, 'हालांकि मेरे सोनिया गांधी और परिवार से मतभेद रहे, इसके बावजूद आज भी कांग्रेस के लोगों में गांधी-नेहरू परिवार के लिए एक आकर्षण है।' बता दें कि पवार ने करीब दो दशक पहले नेतृत्व को लेकर कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया था।
पिछले साल लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी के खिलाफ लगातार दूसरी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस का अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। राहुल गांधी के खिलाफ कुछ मौकों पर हाल के महीनों में पार्टी के भीतर असंतोष की भी आवाजें उठी। वहीं, पिछले महीने हुए बिहार चुनाव में भी काग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा।