नौसेना प्रमुख ने चीन-पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश, कहा- 'हजारों जख्म देकर देश का खून बहाना नहीं चलेगा'
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: December 17, 2023 10:52 AM2023-12-17T10:52:14+5:302023-12-17T10:53:40+5:30
नौसेना प्रमुख ने कहा कि 'सलामी स्लाइसिंग' का समय खत्म हो गया है। 'सलामी स्लाइसिंग' का इस शब्द का अर्थ है कि छोटी-छोटी कार्रवाइयों की एक श्रृंखला का उपयोग करके किसी को उलझाए रखना।
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार, 16 दिसंबर को एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए चीन और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। नौसेना प्रमुख ने कहा कि 'सलामी स्लाइसिंग' का समय खत्म हो गया है। 'सलामी स्लाइसिंग' का इस शब्द का अर्थ है कि छोटी-छोटी कार्रवाइयों की एक श्रृंखला का उपयोग करके किसी को उलझाए रखना।
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार साफ शब्दों में कहा, "नौसेना को स्वदेशी बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और एक समय आएगा जब भारतीय नौसेना में देश के हर जिले से सेवारत कर्मी होंगे। हमने सुरक्षा चुनौतियों का दृढ़ता से जवाब दिया है। समझौते की कोई गुंजाइश नहीं होगी।"
नौसेना प्रमुख ने पाकिस्तान को सीधे शब्दों में कहा, "अब और कोई 'सलामी स्लाइसिंग' या 'हजारों जख्म देकर देश का खून बहाना नहीं चलेगा। यह स्पष्ट संदेश है जो देश भेज रहा है।" नौसेना प्रमुख नई दिल्ली स्थित थिंक टैंक द इंडियन फ्यूचर्स द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा पर आयोजित एक नीति कार्यशाला में बोल रहे थे।
बता दें कि 'सलामी स्लाइसिंग' का सीधा अर्थ पाकिस्तान द्वारा की जाने वाली आतंकी वारदातों और सीमा पार से भारत के खिलाफ छेड़े गए छद्म युद्ध से है। पाकिस्तान ने बहुत समय पहले भारत को हजार घाव देने की रणनीति बनाई थी। पाकिस्तानी सेना अब भी इस नीति में विश्वास करती है क्योंकि उसके पास सीधा युद्ध लड़ने का साहस नहीं है।
'सलामी स्लाइसिंग' का फार्मूला चीन द्वारा भी अपनाया गया जब डोकलाम में भारत के साथ गतिरोध शुरू किया गया। पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने उस समय 72 दिनों तक चले डोकलाम गतिरोध के तुरंत बाद सशस्त्र बलों को निर्देश दिया था कि इसका करारा जवाब दिया जाए।
इस बारे में नौसेना प्रमुख ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर आयोजित नीति कार्यशाला में कहा कि जहां तक उत्तरी प्रतिद्वंद्वी का सवाल है, तनाव शुरू हो गया है। सलामी स्लाइसिंग द्वारा बहुत धीरे-धीरे क्षेत्र पर कब्ज़ा करना, हमारी सीमाओं का परीक्षण करना कुछ ऐसी चीजें हैं जिनके बारे में हमें सावधान रहना होगा। नौसेना प्रमुख ने कहा कि हमें सावधान रहना होगा और उभरती स्थितियों के लिए तैयार रहना होगा जो धीरे-धीरे संघर्ष में बदल सकती हैं।