जम्मू-कश्मीर सरकार का बड़ा फैसला, पुलिस पदक पर शेख अब्दुल्ला की तस्वीर की जगह लगाया जाएगा राष्ट्रीय चिह्न
By मनाली रस्तोगी | Published: May 24, 2022 10:50 AM2022-05-24T10:50:42+5:302022-05-24T10:55:35+5:30
सामान्य प्रशासन विभाग ने 25 जनवरी को जारी एक अन्य आदेश में कहा था कि 'शेर-ए-कश्मीर पुलिस पदक' का नाम बदलकर 'जम्मू-कश्मीर पुलिस पदक' कर दिया गया है।
श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की सरकार ने सोमवार को ऐलान किया कि पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला की तस्वीर जम्मू-कश्मीर पुलिस पदकों पर अब नहीं दिखेगी। सरकार ने इसे राष्ट्रीय चिह्न से बदलने का फैसला किया है। मालूम हो, शेख अब्दुल्ला को 'शेर-ए-कश्मीर' के नाम से जाना जाता है। नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के संस्थापक अब्दुल्ला ने जम्मू और कश्मीर की तत्कालीन रियासत के पहले निर्वाचित प्रधानमंत्री के रूप में काम किया है।
एक आधिकारिक अधिसूचना में वित्तीय आयुक्त और अतिरिक्त मुख्य सचिव राज कुमार गोयल ने कहा, "जम्मू और कश्मीर पुलिस पदक योजना के पैरा 4 में संशोधन में शेर-ए-कश्मीर शेख मोहम्मद अब्दुल्ला जो पदक के किनारे उभरा हुआ है उसे 'भारत सरकार के राष्ट्रीय प्रतीक' से बदल दिया जाएगा। जम्मू-कश्मीर राज्य के प्रतीक के साथ अंकित दूसरी तरफ 'शौर्य के लिए जम्मू और कश्मीर पुलिस पदक' और सराहनीय सेवा के लिए जम्मू और कश्मीर पुलिस पदक के रूप में अंकित किया जाएगा।"
पुलिस पदक 2001 में स्थापित किए गए थे और नए साल, गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर दो श्रेणियों वीरता और मेधावी में दिए जाते हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने 25 जनवरी को जारी एक अन्य आदेश में कहा था कि 'शेर-ए-कश्मीर पुलिस पदक' का नाम बदलकर 'जम्मू-कश्मीर पुलिस पदक' कर दिया गया है। जनवरी का आदेश सरकार द्वारा 'शेर-ए-कश्मीर' के नाम से मशहूर शेख अब्दुल्ला की जयंती पर छुट्टी रद्द करने के कुछ दिनों बाद आया है।