नई दिल्ली में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2020 पाने वाले बच्चों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की। सभी नन्हे कामरेडों को बधाई दी।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बच्चों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब मैं आप जैसे नन्हे कामरेडों के साहस भरे काम के बारे में सुनता हूं तो मुझे भी उससे प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है। मुझे आश्चर्य है कि इतनी कम उम्र में आप सभी ने अविश्वसनीय कार्य किए हैं। इससे आपको भविष्य में और अच्छे काम करने की प्रेरणा मिली होगी। आपने कठिन परिस्थितियों से लड़ने का साहस दिखाया है।
पीएम ने कहा कि कम आयु में जिस प्रकार से आप सभी ने अलग-अलग क्षेत्रों में कुछ ना कुछ करके दिखाया है। उससे मैं हैरान हूं। ये सारे अवॉर्ड्स आखिरी मुकाम नहीं हैं, यह एक प्रकार से जिंदगी की शुरुआत है। आपने मुश्किल परिस्थितियों से लड़ने का साहस दिखाया।
मैंने लाल किले से कहा था कि कर्तव्य पर बल। ज्यादातर हम अधिकार पर बल देते हैं। आप अपने समाज के प्रति, राष्ट्र के प्रति अपनी ड्यूटी के लिए जिस प्रकार से जागरूक हैं, ये देखकर गर्व होता है। आप सब कहने को तो बहुत छोटी आयु के हैं, लेकिन आपने जो काम किया है उसको करने की बात तो छोड़ दीजिए, उसे सोचने में भी बड़े-बड़े लोगों के पसीने छूट जाते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप युवा साथियों के साहसिक कार्यों के बार में जब भी मैं सुनता हूं तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है। आप जैसे बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए ही इन राष्ट्रीय पुरस्कारों का दायरा बढ़ाया गया है। एक बार एक आदमी ने मुझसे पूछा कि आपके चेहरे पर इतना तेज कैसे है? इसपर मैंने कहा मेरे शरीर से बहुत पसीना निकलता है और मैं उसे चेहरे पर मल लेता हूं। इसी से मेरे चेहरे पर तेज दिखता है। 33 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी आजादी के बाद देश के नागरिकों की रक्षा के लिए शहीद हुए हैं। पुलिस के प्रति आदर और गौरव का भाव बनना चाहिए।