मोदी सरकार पोस्टमैन का नाम बदलने पर कर रही है विचार, इस नाम पर लग सकती है मुहर
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 10, 2018 05:04 PM2018-08-10T17:04:35+5:302018-08-10T17:04:35+5:30
सूचना प्रौद्योगिकी पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर की अगुवाई वाली संसद की स्थायी समिति ने डाक विभाग से पोस्टमैन को पोस्टपर्सन का नाम देने की सिफारिश की है।
नई दिल्ली, 10 अगस्तः बदलते समय के साथ अब लोग डाकिया को पोस्टमैन बुलाने लगे हैं, लेकिन सरकार अब इस नाम में बदलाव चाहती है। अब वह पोस्टमैन की जगह पोस्टपर्सन के नाम से डाकियों को बुलाने की तैयारी में है। विभाग ने यह भी कहा है कि सामान्य रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द ‘डाकिया’ लिंग-निर्पेक्ष है।
दरअसल, सूचना प्रौद्योगिकी पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर की अगुवाई वाली संसद की स्थायी समिति ने डाक विभाग से पोस्टमैन को पोस्टपर्सन का नाम देने की सिफारिश की है।
अनुदान मांगों पर अपनी रिपोर्ट में समिति ने कहा है कि डाक विभाग में लोगों तक उनकी डाक पहुंचाने वालों की नामावाली बनाने की जरूरत है, इसी के मद्देनजर पोस्टमैन को पोस्टपर्सन का नाम देने का सुझाव दिया गया है। यह रिपोर्ट मंगलवार को संसद में रखी गई।
समिति ने कहा कि डाक विभाग में पोस्टमैन और पोस्टवुमेन दोनों काम करते हैं। ऐसे में इसे बदलने की जरूरत है। समिति ने इस बात पर सहमति दी कि डाकिया नाम लिंग की दृष्टि से निर्पेक्ष है।
आपको बता दें कि सातवें केंद्रीय वेतन आयोग के अनुसार सालाना पोस्टमैन को पांच हजार रुपए वर्दी भत्ता देने का निर्णय किया है। विभाग के एएसपी सुनिल राठौर ने बताया कि वर्दी की जेब और टोपी पर भारतीय डाक का लोगो होगा और कंधे पर लाल पट्टियां लगी होंगी। यह लोगो डाक विभाग कि ओर से दिया जाएगा। जुलाई महीने में इनके खातों मे राशि जमा भी कर दी गई है।
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट!