मोदी मंत्रिपरिषद में भाजपा के चुनावी रणनीतिकार भी शामिल, भूपेंद्र यादव ने दिलाई है पार्टी को कई राज्यों में जीत
By अभिषेक पारीक | Updated: July 7, 2021 19:14 IST2021-07-07T19:11:00+5:302021-07-07T19:14:25+5:30
केंद्र सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री शामिल किए गए भूपेंद्र यादव राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य हैं और वह भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनावी रणनीतिकार के रूप में जाने जाते हैं।

भूपेंद्र यादव। (फाइल फोटो )
जयपुरः केंद्र सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री शामिल किए गए भूपेंद्र यादव राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य हैं और वह भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनावी रणनीतिकार के रूप में जाने जाते हैं। राजस्थान के अजमेर में 30 जून 1969 को जन्मे यादव की शिक्षा-दीक्षा इसी शहर में हुई। उनके परिवार में पत्नी बबीता यादव व दो बेटियां हैं। उन्होंने शहर के सरकारी कॉलेज से बीए व एलएलबी की। वह लंबे समय तक उच्चतम न्यायालय में वकालत कर चुके हैं।
वह अखिल भारतीय परिषद से जुड़े थे और 2010 से भाजपा के राष्ट्रीय संगठन में काम कर रहे हैं। यादव 2012 से राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य हैं। उन्हें चार अप्रैल 2018 को दूसरी बार राज्यसभा सदस्य चुना गया और उनका मौजूदा कार्यकाल तीन अप्रैल 2024 तक है। उन्होंने लंबे समय तक दिल्ली में उच्चतम न्यायालय में वकालत की है और वह 2000 से 2009 तक अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के महासचिव रहे। 2010 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव बने और 2014 में उन्हें भाजपा में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया।
कई राज्यों के चुनाव प्रभारी रहे
वह बिहार, गुजरात व महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी के चुनाव प्रभारी रहे। अपने गृह राज्य राजस्थान में 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत में उनकी बड़ी भूमिका की चर्चा प्रायः होती है। उस समय पार्टी ने 200 में से 163 सीट जीतकर कांग्रेस का एक तरह से सूपड़ा-साफ कर दिया था। हालांकि इसके बाद स्थानीय पार्टी नेतृत्व से शायद उनकी पटरी नहीं बैठी और वह पार्टी के लिए दूसरे राज्यों में अधिक सक्रिय रहे।
गुजरात और यूपी जीत में भी बड़ी भूमिका
यादव ने गुजरात व उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (2017) में पार्टी को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। वह पिछले साल बिहार विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के चुनाव प्रभारी थे। कहा जाता है कि चुनाव जीतने के स्थानीय समीकरणों पर गहरी पकड़ रखने वाले यादव अमित शाह के विश्वस्त हैं। कानूनी मामलों के जानकार यादव अनेक संसदीय समितियों के सदस्य रह चुके हैं।