Nagpur RSS Vijayadashmi Utsav 2024: अपराध, राजनीति और जहरीली संस्कृति का गठजोड़ हमें बर्बाद कर रहा, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- महिलाओं के खिलाफ अत्याचार...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 12, 2024 11:48 AM2024-10-12T11:48:30+5:302024-10-12T11:49:26+5:30
Nagpur RSS Vijayadashmi Utsav 2024: पड़ोसी देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के सामने पेश आ रही चुनौतियों पर भी चिंता जाहिर की।
Nagpur RSS Vijayadashmi Utsav 2024: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को नागपुर में विजया दशमी उत्सव के अवसर पर कहा कि भारत को अस्थिर करने के प्रयास तेज हो रहे हैं और भयावह साजिशें हमारे संकल्प की परीक्षा ले रही हैं। भागवत ने बांग्लादेश की स्थिति के संदर्भ में कहा कि बांग्लादेश में यह बात फैलाई जा रही है कि भारत एक खतरा है और उन्हें बचाव के लिए पाकिस्तान से हाथ मिलाना चाहिए। उन्होंने पड़ोसी देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के सामने पेश आ रही चुनौतियों पर भी चिंता जाहिर की।
#WATCH | Nagpur, Maharashtra | #VijayaDashami | RSS chief Mohan Bhagwat says, "...What happened in RG Kar hospital in Kolkata is shameful. But, this is not a single incident... We should be vigilant to not let such incidents happen. But, even after that incident, the way things… pic.twitter.com/NvJRiU7o0x
— ANI (@ANI) October 12, 2024
#WATCH | Nagpur, Maharashtra | #VijayaDashami | RSS chief Mohan Bhagwat says, "...Dharm is the Sva (self) of India and not religion. There are many religions, but religion and spirituality behind these religions which we call - religion at the top - that Dharm is the life of… pic.twitter.com/I4B429o14i— ANI (@ANI) October 12, 2024
संघ प्रमुख ने नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजया दशमी उत्सव के अवसर पर शस्त्र पूजा की और कहा कि कोई भी देश लोगों के राष्ट्रीय चरित्र से महान बनता है। उन्होंने कहा कि सभी का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत अधिक सशक्त हुआ है तथा विश्व में उसकी साख भी बढ़ी है।
"Deep State, Wokeism are declared enemies of all cultural traditions": RSS Chief Mohan Bhagwat
— ANI Digital (@ani_digital) October 12, 2024
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भागवत ने इस बात पर जोर दिया कि सामाजिक सद्भाव और एकता के लिए जाति और धर्म से ऊपर उठकर व्यक्तियों और परिवारों के बीच मित्रता का होना जरूरी है। विजया दशमी समारोह के संबोधन में भागवत ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर दु:ख जताया।
उन्होंने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक महिला चिकित्सक से दुष्कर्म एवं उसकी हत्या के मामले में कहा कि घटना में कुछ लोगों ने अपराधियों को बचाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘अपराध, राजनीति और जहरीली संस्कृति का गठजोड़ हमें बर्बाद कर रहा है।’’