नागपुर एयरपोर्टः इमरजेंसी लैंडिंग में विमानों का पहला सहारा, 11 माह में 12 आपात लैंडिंग, अब तक नहीं उतरा प्राइवेट जेट

By वसीम क़ुरैशी | Published: November 29, 2021 09:19 PM2021-11-29T21:19:23+5:302021-11-29T21:20:19+5:30

नागपुर एयरपोर्ट सारे बड़े यात्री जहाजों की लैंडिंग के लिए सभी सुविधाओं से सुसज्जित है. देश के सेंटर वाले राडार से अधिकांश विमान चालक संपर्क करते हैं.

nagpur Dr Babasaheb Ambedkar International Airport emergency landing 12 in 11 months private jets have not landed yet | नागपुर एयरपोर्टः इमरजेंसी लैंडिंग में विमानों का पहला सहारा, 11 माह में 12 आपात लैंडिंग, अब तक नहीं उतरा प्राइवेट जेट

अधिक यात्रियों को नई टर्मिनल बिल्डिंग में समाहित कर लेने के लिए किए गए नवीनीकरण ने क्षमता में कुछ बढ़ोतरी की है.

Highlightsनागपुर एयरपोर्ट पर तीन आधुनिक क्रेश फायर टेंडर हैं. नागपुर एयरपोर्ट एयरक्राफ्ट टाइप के हिसाब से अपनी कैटेगरी भी बदल सकता है. डी-कैटेगरी में रहने वाला विमानतल किसी बड़े जहाज की लैंडिंग के दौरान ई कैटेगरी भी मैंटेन कर लेता है.

नागपुरः डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल से उड़ानें बढ़ाने की भले ही कोई पहल नहीं हो रही हो लेकिन ये एयरपोर्ट आपात स्थिति में उतरने वाले विमानों के लिए बड़ा सहारा बन रहा है.

 

किसी तकनीकी खामी आने पर विमान को जल्द किसी जगह उतारने को प्राथमिकता दी जाती है और नागपुर देश का केंद्र होने के चलते ऐसे विमानों के बेहतर होता है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस साल 1 जनवरी से लेकर अब तक यानी 11 माह में 12 इमरजेंसी लैंडिंग हुई है.

नागपुर एयरपोर्ट सारे बड़े यात्री जहाजों की लैंडिंग के लिए सभी सुविधाओं से सुसज्जित है. देश के सेंटर वाले राडार से अधिकांश विमान चालक संपर्क करते हैं. नागपुर एयरपोर्ट पर तीन आधुनिक क्रेश फायर टेंडर हैं. फायर फाइटिंग के अपने इंतजामों की वजह से नागपुर एयरपोर्ट एयरक्राफ्ट टाइप के हिसाब से अपनी कैटेगरी भी बदल सकता है.

सामान्यत: डी-कैटेगरी में रहने वाला विमानतल किसी बड़े जहाज की लैंडिंग के दौरान ई कैटेगरी भी मैंटेन कर लेता है. हाल ही में अधिक यात्रियों को नई टर्मिनल बिल्डिंग में समाहित कर लेने के लिए किए गए नवीनीकरण ने क्षमता में कुछ बढ़ोतरी की है. खास बात ये भी है कि विमानतल से एमआरओ तक टैक्सी-वे जुड़ा हुआ है और मिहान में मौजूद एमआरओ में छोटे जहाज से लेकर बड़े जहाजों तक का रखरखाव भी किया जा सकता है.

बेहतर मौसम भी है विशेष

नागपुर में देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले सालभर अपेक्षाकृत बेहतर मौसम रहता है. यहां ठंड में भी ज्यादा कोहरा नहीं पड़ता. उपराजधानी की देश में केंद्रीय भौगोलिक स्थिति भी आपात स्थिति में विमानों के उतरने के लिए प्राथमिकता का सबब बनती है. यहां मनपा, पुलिस व चिकित्सा विभाग की भी त्वरित रूप से सुविधा मिल जाती है. इसके अलावा विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग के लिए यहां सभी संसाधन मौजूद हैं. आबिद रूही, वरिष्ठ विमानतल निदेशक, मिहान इंडिया लिमिटेड

8 डायवर्सन हुए

इस साल अब तक नागपुर एयरपोर्ट में आठ डायवर्सन हुए. रायपुर, जबलपुर, हैदराबाद जैसे कुछ शहरों में बारिश के दौरान विमानों की लैंडिंग में दिक्कत आने पर नागपुर एयरपोर्ट पर ही विमान डायवर्ट किए गए. उपराजधानी के विमानतल की ये भी एक विशेषता है कि यहां हवा का बहाव विमानों की आवाजाही के लिए अपेक्षाकृत अधिक अनुकूल है. नागपुर के मौसम की इन्हीं विशेषताओं के चलते ये ‘आल टाइम वेदर एयरपोर्ट’ के रूप में जाना जाता है.

 

Web Title: nagpur Dr Babasaheb Ambedkar International Airport emergency landing 12 in 11 months private jets have not landed yet

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