धन शोधन जांच में चीनी मोबाइल कंपनी वीवो समेत कई संबंधित कंपनियों के खिलाफ ED की छापेमारी, 40 से ज्यादा ठिकानों पर तलाशी
By मनाली रस्तोगी | Published: July 5, 2022 12:23 PM2022-07-05T12:23:28+5:302022-07-05T12:50:53+5:30
प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को चीनी स्मार्टफोन विनिर्माता वीवो और संबंधित फर्मों के खिलाफ धन शोधन जांच में देश भर में 44 स्थानों पर तलाशी ली।
नई दिल्ली: शीर्ष चीनी मोबाइल निर्माता वीवो और इससे जुड़ी कई फर्मों के खिलाफ कार्रवाई में भारत भर में 44 स्थानों पर छापे मारे गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि एजेंसी वीवो और उससे संबंधित कंपनियों से जुड़े 44 स्थानों पर तलाशी ले रही है।
जानकारी के अनुसार, छापेमारी बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश, हिमाचल, मध्यप्रदेश, पंजाब व हरियाणा सहित कई राज्यों में चल रही है। बता दें कि मई में जेडटीई कॉर्प और वीवो मोबाइल कम्युनिकेशंस कंपनी की स्थानीय इकाइयों की कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए जांच की गई थी। Xiaomi Corp. एक अन्य चीनी फर्म है जो केंद्र जांच एजेंसी की जांच के दायरे में रही है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में पहले कहा गया था कि वीवो के खिलाफ अप्रैल में जांच की मांग की गई थी ताकि यह देखा जा सके कि क्या "स्वामित्व और वित्तीय रिपोर्टिंग में महत्वपूर्ण अनियमितताएं" थीं। जेडटीई की पुस्तकों को भी जांच के दायरे में माना जाता था। 2020 में भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के बाद चीनी फर्मों के खिलाफ जांच कड़ी हो गई। तब से अब तक टिकटॉक समेत 200 से ज्यादा मोबाइल ऐप बैन हो चुके हैं।
मई में चीन ने कहा था कि वह नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के विपरीत भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बना हुआ है, जिसमें कहा गया था कि भारत ने पिछले साल किसी भी अन्य देश की तुलना में अमेरिका के साथ अधिक व्यापार किया था। यह इंगित करते हुए कि भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 125.66 बिलियन डॉलर था, इसने भारत के साथ सामान्य व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए उपाय करने की इच्छा दिखाई।