लाइव न्यूज़ :

तीन तलाक पर बोले मुख्तार अब्बास नकवी, किसी धर्म को निशाना बनाने के लिए नहीं, मुस्लिम महिलाओं लिए ये विधेयक

By भाषा | Updated: December 27, 2018 18:23 IST

अल्पंसख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- सती प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिये संसद ने जिस प्रकार का कदम उठाया था, उसी प्रकार से मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की बुराई से न्याय दिलाने के लिये इस विधेयक को सर्व सम्मति से पारित किया जाना चाहिए।

Open in App

केंद्रीय अल्पंसख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि तीन तलाक संबंधी विधेयक को मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिये है। यह किसी को निशाना बनाने के लिए नहीं लाया गया है।नकवी ने कहा कि सती प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिये संसद ने जिस प्रकार का कदम उठाया था, उसी प्रकार से मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की बुराई से न्याय दिलाने के लिये इस विधेयक को सर्व सम्मति से पारित किया जाना चाहिए।तीन तलाक विधेयक पर लोकसभा में चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए नकवी ने कहा कि करीब तीन दशक पहले मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ दिलाने के मुद्दे पर संसद में गंभीरता से चर्चा हुई थी, लेकिन कुछ ‘‘कठमुल्लाओं’’ के दबाव में उस समय की कांग्रेस सरकार ने उच्चतम न्यायालय के फैसले को प्रभावित करने के लिए कानून बनाया था।कुछ विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए नकवी ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को ‘‘गुनाहगारों’’ की बहुत चिंता हो रही है। कई पार्टियों के नेता इस बात से चिंतित हैं कि फौरी तीन तलाक देने के दोषी पति को जेल भेज दिए जाने पर उसके परिवार का क्या होगा, उसकी पत्नी का गुजारा कैसे होगा। लेकिन सवाल यह है कि कोई ऐसा जुर्म करे ही क्यों कि उसे जेल जाने की नौबत आए।नकवी ने कहा कि जब सती प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को खत्म करने के प्रयास किए जा रहे थे, तो उस वक्त भी कुछ लोगों ने विरोध किया था। लेकिन इस देश और इस समाज ने सती प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को खत्म किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं के रुख से ऐसा लग रहा है कि वे मजलूम के साथ नहीं, बल्कि मुजरिम के साथ हैं। नकवी ने कहा कि तीन तलाक को अनेक इस्लामी देशों में प्रतिबंधित किया गया है।उन्होंने कहा कि सूडान में 1929, पाकिस्तान में 1956, बांग्लादेश में 1972, इराक में 1959 और सीरिया में 1953 में तीन तलाक प्रथा को प्रतिबंधित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जॉर्डन, मोरक्को और अल्जीरिया जैसे देशों में भी तीन तलाक प्रतिबंधित और गैर-कानूनी है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह विधेयक मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए है। यह किसी को निशाना के लिए नहीं लाया गया है।।

टॅग्स :तीन तलाक़मुख्तार अब्बास नक़वी
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टBhiwandi: दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल न लाने पर महिला को दिया गया तीन तलाक, पति और ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज

क्राइम अलर्टTriple Talaq: संभल हिंसा को रोकने में पुलिस कार्रवाई की प्रशंसा करने पर शौहर ने बीवी को दिया 'तीन तलाक'

क्राइम अलर्टअयोध्या: मुस्लिम महिला ने की पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ तो पति की घरेलू हिंसा, दिया तीन तलाक, VIDEO

क्राइम अलर्टRajasthan: रहमान ने कुवैत से फोन पर पत्नी को दिया तीन तलाक, पाक महिला से शादी कर उसे लाया भारत, जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार

क्राइम अलर्टTriple Talaq Case: पत्नी को व्हाट्सएप पर 'तलाक, तलाक, तलाक' भेजने वाले शख्स के खिलाफ मुंबई पुलिस ने दर्ज किया मामला

भारत अधिक खबरें

भारत32000 छात्र ले रहे थे शिक्षा, कामिल और फाजिल की डिग्रियां ‘असंवैधानिक’?, सुप्रीम कोर्ट आदेश के बाद नए विकल्प तलाश रहे छात्र

भारतभाजपा के वरिष्ठ शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव पर बोला तीखा हमला, कहा- नेता विपक्ष के नेता के लायक भी नहीं

भारतलालू यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने जमा किया ₹3 लाख 61 हजार रुपये का बिजली बिल, विभाग ने थमाया था नोटिस

भारतबिहार की राजधानी पटना से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर मोकामा में होगा श्री वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर का निर्माण, राज्य सरकार ने उपलब्ध कराई जमीन

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया पटना डेयरी प्रोजेक्ट, सुधा का निरीक्षण, एमडी शीर्षत कपिल अशोक ने दी डेयरी की उपलब्धि की जानकारी