इंदौर: जर्मनी के प्रिंस वर्मा 19 अप्रैल की रात एक बजे एक ट्वीट करते है। दिल्ली के भाजपा लीडर तजिंदर बग्गा को संबोधित इस ट्वीट में वे कहते है कि उनकी गर्भवती बहन भिंड में है। उन्हें डिलेवरी होने वाली है उन्हें बुखार आ रहा है पर कोई डॉक्टर उन्हें देखने को तैयार नही है। बग्गा ये ट्वीट इंदौर के भाजपा विधायक रमेश मेंदोला को फारवर्ड कर देते है। इसके बाद जो होता है वो सोशल मीडिया और जमीनी नेटवर्क से लोगों की मदद की मिसाल कायम कर देता है।
मेंदोला सबसे पहले प्रिंस से उनके जियाजी का नम्बर लेते है। फिर उनसे उनका पूरा पता और फोन नम्बर्स लेते है। इसके बाद वे इंदौर भाजपा के उपाध्यक्ष सुमित मिश्रा को भिंड के भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव कांकर से संपर्क कर उन्हें पूरी मदद का आग्रह करते है। मेंदोला कांकर को और एमपी पुलिस की डायल 100 को तत्काल ट्वीट कर उनसे भी महिला की मदद का आग्रह करते है।
महिला की सहायता के लिए पूरा नेटवर्क सक्रिय हो जाता है। कांकर डॉक्टर्स और अस्पताल से संपर्क कर उन्हें दिखाने की व्यवस्था करते है और डायल 100 की सूचना पर स्थानीय पुलिस भी 24 घंटे सहायता के लिए तत्पर रहने का भरोसा दिलाती है।
सबके सहयोग से महिला का चेकअप हो जाता है और उन्हें डिलेवरी के लिए 25 या 26 की डेट मिलती है। आज प्रिंस फिर से जर्मनी से ट्वीट कर मेंदोला बग्गा और हर सहयोगी का आभार मानते हुए बताते है कि वे मामा बन गए है। जर्मनी से दिल्ली, दिल्ली से इंदौर और इंदौर से भिंड की ये कहानी नेताओं के प्रति उम्मीद भी जगाती है और आस्था भी। ये बताती है कि आपदा के समय में पुलिस और डॉक्टर के साथ रमेश मेंदोला और तजिंदर बग्गा जैसे नेता भी कोरोना वारियर बनकर मानवता की सेवा में जुटे है। इन वारियर्स को भी सलाम तो बनता है।