मध्य प्रदेश: विधानसभाध्यक्ष ने अपनी सुरक्षा के लिए लगाए विधानसभा के सुरक्षाकर्मी
By भाषा | Published: May 29, 2019 01:46 AM2019-05-29T01:46:48+5:302019-05-29T01:46:48+5:30
भाजपा ने कांग्रेस की अंदरुनी कलह को इस घटना का कारण बताया है। विधानसभा अध्यक्ष के नजदीकी सूत्र ने बताया कि लोकसभा चुनाव की आदर्श चुनाव आचार संहिता 10 मार्च को लागू हुई। इसके कारण प्रदेश सरकार द्वारा अध्यक्ष के निवास पर तैनात पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था से हटा लिये गये।
मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने प्रदेश सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों में कमी किये जाने से कथित तौर पर नाराज होकर अपने निवास पर विधानसभा के सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया है। भाजपा ने कांग्रेस की अंदरुनी कलह को इस घटना का कारण बताया है।
विधानसभा अध्यक्ष के नजदीकी सूत्र ने बताया कि लोकसभा चुनाव की आदर्श चुनाव आचार संहिता 10 मार्च को लागू हुई। इसके कारण प्रदेश सरकार द्वारा अध्यक्ष के निवास पर तैनात पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था से हटा लिये गये।
उन्होंने बताया कि प्रजापति ने 15 दिन पहले गृह विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर उनकी सुरक्षा में तैनान पुलिसकर्मियों में कमी किये जाने पर सवाल करते हुए सुरक्षा बहाल करने के लिये कहा था। उन्होंने पत्र में स्पष्ट रुप से उल्लेख किया कि विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक होता है।
उन्होंने कहा कि आचार संहिता समाप्त होने के दो दिन बाद अध्यक्ष ने पहले जैसी सुरक्षा व्यवस्था बहाल नहीं होने पर विधानसभा के सुरक्षाकर्मियों को अपने निवास पर तैनात कर दिया।
प्रजापति ने पीटीआई भाषा से इस पर अधिक कहने से इंकार करते हुए कहा कि इस मामले में प्रदेश के गृह मंत्री से सवाल करें। गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष से बात हो गयी है और उनकी सुरक्षा व्यवस्था अपग्रेड की जायेगी।
इस मामले में प्रदेश की सुरक्षा समिति निर्णय लेगी और दो-तीन दिनों में इसका समाधान कर दिया जायेगा।
विधानसभा के सुरक्षा निदेशक जे के शर्मा ने कहा कि विधानसभा के दो गार्ड और दो चौकीदार अध्यक्ष के निवास पर तैनात किये गये हैं। इस बीच, प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन के बाद यह घटना कांग्रेस के अंदरुनी कलह का परिणाम है।