मोहम्मद सलीम ने कहा, "बंगाल पुलिस से बेहतर काम तो उनके खोजी कुत्ते करेंगे", तृणमूल ने पटवार करते हुए कहा, सीपीएम तो नेताजी को भी 'तोजो का कुत्ता' कह चुकी है
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 9, 2022 03:24 PM2022-05-09T15:24:08+5:302022-05-09T15:32:44+5:30
सीपीएम के राज्य महासचिव मोहम्मद सलीम ने बंगाल हुए पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले और कथित हत्याओं के मामले में धीमी जांच रफ्तार पर तंज कसते हुए कहा कि पुलिस की खुफिया विभाग की तुलना में उनके कुत्ते केस को हल करने में ज्यादा सक्षम हैं।
बांकुरा: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला करने के लिए राज्य पुलिस को निशाना बनाया है।
पश्चिम बंगाल के बांकुरा में सीपीएम की एक रैली को संबोधित करते राज्य महासचिव मोहम्मद सलीम ने सूबे में हुए पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले और कथित हत्याओं के मामले में धीमी जांच रफ्तार पर तंज कसते हुए कहा कि पुलिस की खुफिया विभाग की तुलना में उनके कुत्ते केस को हल करने में ज्यादा सक्षम हैं।
सलीम के इस बयान से बंगाल में एक नए राजनीतिक विवाद को जन्म देने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इसके अलावा सलीम के इस बयान को राज्य के पुलिसकर्मियों के लिए निराशाजनक बताया जा रहा है। सलीम ने यह बयान शनिवार को बांकुरा की जनसभा में दिया था।
वहीं बांकुरा के दिये बयान पर खेद जताते हुए मोहम्मद सलीम ने कहा, "अगर मेरे बांकुरा वाले भाषण से बंगाल पुलिस को दुख पहुंचा है तो मैं माफी मांगता हूं लेकिन मेरा मकसद पुलिस का अपमान करना नहीं था। मैंने तो केवल पुलिस द्वारा अपराधियों को पकड़ने की क्षमता पर सवाल उठाते हुए उन्हीं के विहाग के प्रशिक्षित कुत्तों से की थी कि वो बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं।"
सलीम का कहना है कि कुत्ते इंसान की तुलना में निष्पक्ष तरीके से काम करते हैं। उन्होंने कहा, "वे (कुत्ते) ईमानदारी से काम करेंगे और अनुब्रत मंडल के कहने पर मामले दर्ज नहीं करेंगे।"
अनुब्रत मंडल टीएमसी के बीरभूम जिला अध्यक्ष हैं। पिछले महीने बीरभूम के बोगटुई में तृणमूल कांग्रेस के उप पंचायत प्रमुख की हत्या के बाद भड़की हिंसा में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी।
मालूम हो कि कलकत्ता हाईकोर्ट ने राज्य पुलिस द्वारा बोगटुई में हुए नरसंहार की जांच से अप्रसन्नता जाहिर करते हुए उसकी जांच सीबीआई को सौंप दी है।
मेहम्मद सलीम के बयान पर पटवार करते हुए टीएमसी महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि सलीम द्वारा की गई तुलना दरअसल वामपंथियों की जैनेटिक दिक्कत है क्योंकि बीते समय में ये इसी तरह की टिप्पणी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के खिलाफ भी कर चुके हैं।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, "सलीम वामपंथियों की उसी परंपरा का पालन कर रहे हैं, जिसने उन्होंने कभी नेताजी पर 'तोजो का कुत्ता' होने का आरोप लगाया था।
इसके साथ ही कुणाल घोष ने यह भी कहा कि सीपीएम ऐसा बयान इसलिए दे रही है क्योंकि वो बंगाल की जनता से दूर होती जा रही है और उनका बयान बता रहा है कि तृणमूल के शासन के कारण वो बुरी तरह से बैखलाहट में हैं।
वहीं सीपीएम नेता सलीम के बयान पर टिप्पणी करते हुए भाजपा के राज्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि सलीम का बयान हाल के दिनों में हिंसक घटनाओं के दर्द को व्यक्त करने वाला है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)