चिराग को मोदी सरकार ने दिया झटका, छिना पिता रामविलास पासवान को मिला बंगला, पिछले 31 साल से 12 जनपथ में रहे थे
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 17, 2021 03:22 PM2021-08-17T15:22:01+5:302021-08-17T15:32:40+5:30
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय ने हाल में लोकसभा सदस्य चिराग पासवान से वह बंगला खाली करने को कहा था।
नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने लोजपा सांसद चिराग पासवान को एक और झटका दिया है। पहले ही चाचा पशुपति कुमार पारस को मंत्री बनाकर झटका दिया था। बिहार में लोजपा को 6 सांसद हैं। लेकिन चाचा पशुपति पारस ने कुछ माह पहले लोजपा को तोड़ दी। चिराग पासवान अकेले पड़ गए हैं।
इस बीच मोदी सरकार ने एक और बड़ा झटका दे दिया है। दिल्ली में 12, जनपथ स्थित बंगले को सरकार ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को दिया है। यह बंगला पहले दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को आवंटित किया गया था। मां के साथ चिराग पासवान यही रह रहे थे। कई दलील देने के बाद भी केंद्र सरकार ने नोटिस देकर खाली करने को कहा था।
पूर्व सांसद शरद यादव के आधिकारिक आवास को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस को आवंटित किया गया है। अधिकारियों ने जानकारी दी। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय ने हाल में लोकसभा सदस्य चिराग पासवान से वह बंगला खाली करने को कहा था जो उनके पिता और लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राम विलास पासवान को दिया गया था।
शरद यादव सात तुगलक रोड पर स्थित बंगले में रह रहे थे। "हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स मिनिस्ट्री के तहत डायरेक्टरेट ऑफ एस्टेट ने जुलाई के दूसरे हफ्ते में 12, जनपथ को बेदखल करने का आदेश जारी किया था।" मंत्रालय ने बिहार के जमुई से लोकसभा सांसद चिराग पासवान से पिछले महीने 12 जनपथ बंगला खाली करने को कहा था।
लोकसभा सांसद चिराग पासवान से संपर्क करने के कई प्रयास किए गए, लेकिन वह टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे। फिलहाल बंगले में दिवंगत रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान, बेटा चिराग पासवान समेत परिवार के अन्य सदस्य रह रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का पिछले साल 8 अक्टूबर, 2020 को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में बीमारी के कारण निधन हो गया था। यह बंगला 31 वर्षों से राष्ट्रीय राजधानी में दिवंगत केंद्रीय मंत्री का पता रहा है। 1989 से अक्टूबर 2020 में उनके निधन तक यही पर रहे।