Modi Cabinet Expansion 2021: एक फोन कॉल और 11 मंत्रियों ने दे दिया इस्तीफा, जानें पूरा मामला
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 8, 2021 06:13 PM2021-07-08T18:13:54+5:302021-07-08T19:41:29+5:30
Modi Cabinet Expansion 2021: फेरबदल में सात राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। कुल 15 सदस्यों को कैबिनेट मंत्री और 28 को राज्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई।
Modi Cabinet Expansion 2021: केंद्रीय मंत्रिपरिषद का बहुप्रतीक्षित फेरबदल व विस्तार बुधवार को संपन्न हो गया। एक कॉल के 11 मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया।
इसमें स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सूचना प्रौद्योगिकी के साथ कानून मंत्री का कार्यभार संभाल रहे रविशंकर प्रसाद और सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित कुल 12 मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई।
कैबिनेट फेरबदल से पहले बुधवार को इस्तीफा
चार वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री - रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल 'निशंक' - उन 11 मंत्रियों में शामिल थे, जिन्होंने शाम को कैबिनेट फेरबदल से पहले बुधवार को इस्तीफा दे दिया था। शीर्ष सरकारी सूत्रों के अनुसार, इसके लिए केवल एक फोन कॉल की जरूरत थी। बस फोन आया और दिग्गजों के इस्तीफे हो गए।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने फोन के साथ बैठ गए। नड्डा ने 11 केंद्रीय मंत्रियों को फोन किया और उनसे इस्तीफा देने को कहा। कुछ नए चेहरों के साथ पीएम मोदी का नया मंत्रिमंडल बन गया। ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवसेना और कांग्रेस से होते हुए भाजपा में आए नारायण राणे और असम में हिमंत बिस्व सरमा के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ने वाले सर्बानंद सोनोवाल समेत 36 नये चेहरे सरकार का हिस्सा बने।
निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला दिया
जिन मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार किया गया है, उनमें सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, थावरचंद गहलोत, रमेश पोखरियाल निशंक, डा हर्षवर्द्धन, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार शामिल है। रविशंकर प्रसार के पास कानून मंत्रालय के साथ साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय था जबकि जावड़ेकर पर्यावरण मंत्रालय के साथ साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दायित्व संभाल रहे थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया, प्रतापचंद सारंगी और देवश्री चौधरी का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया।
इससे पहले, सूत्रों ने बताया कि निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है। निशंक अप्रैल में कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे। ठीक होने के बाद उन्हें जून में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (एम्स) में दोबारा भर्ती होना पड़ा था। सूत्रों के अनुसार डा. हर्षवर्धन ने बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। डा. हर्षवर्धन स्वयं एक चिकित्सक हैं और उनके पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का भी प्रभार था।
संजय धोत्रे ने भी मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दिया
सूत्रों ने बताया कि गौड़ा ने भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। गौड़ा, नरेंद्र मोदी सरकार में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम अनुपालन, विधि एवं रेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं। सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र के अकोला संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने भी मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री प्रताप सारंगी भी शामिल हैं, ओडिशा के बालासोर संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं । राज्य मंत्री सुप्रियो ने सोशल मीडिया पर अपने त्यागपत्र की पुष्टि करते हुए लिखा, ‘‘ मुझे इस्तीफा देने को कहा गया और मैंने ऐसा किया ।’’ उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘‘ मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में मुझे देश की सेवा करने का अवसर दिया । ’’