बदमाशों से सख्ती से निपटा जाएगा: प्रतिमाओं को निशाना बनाए जाने के मद्देनजर बोम्मई ने कहा
By भाषा | Updated: December 19, 2021 18:07 IST2021-12-19T18:07:19+5:302021-12-19T18:07:19+5:30

बदमाशों से सख्ती से निपटा जाएगा: प्रतिमाओं को निशाना बनाए जाने के मद्देनजर बोम्मई ने कहा
हुब्बाली (कर्नाटक), 19 दिसंबर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बेलगावी में स्वतंत्रता सेनानी संगोली रायन्ना और बेंगलुरु में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमाओं को निशाना बनाए जाने की घटनाओं के मद्देनजर लोगों से प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों का सम्मान करने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का आग्रह किया।
बोम्मई ने यहां कहा, ‘‘मैं लोगों से देशभक्तों का सम्मान करने का आग्रह करता हूं। उन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया। सम्मान के तौर पर कित्तूर की रानी चेन्नम्मा, संगोली रायन्ना और शिवाजी महाराज की प्रतिमाएं बनाई गई थीं। हमें उनका सम्मान करना चाहिए और हमें उनकी गरिमा बनाए रखनी होगी।’’
उन्होंने इससे पहले ट्वीट किया, ‘‘भले ही वह छत्रपति शिवाजी हों, कित्तूर की रानी चेन्नम्मा हों या वीरा संगोली रायन्ना हों, उन सभी ने हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए औपनिवेशिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।’’
बोम्मई ने कहा, ‘‘भाषा की राजनीति के नाम पर हमारे किसी भी महान राष्ट्रीय नेता का अपमान करना उनकी राष्ट्रवादी भावना का अपमान है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम किसी भी परिस्थिति में शरारती तत्वों को कर्नाटक में कानून-व्यवस्था में खलल नहीं डालने देंगे।’’
बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी सरकार देशभक्तों का अपमान करने और राज्य में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों को बर्दाश्त नहीं करेगी। अपनी भावनाएं शांति से व्यक्त करें। वे (बदमाश) जो भी हैं, हम उनसे सख्ती से निपटेंगे।’’
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि संगोली रायन्ना की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। मंत्री ने कहा कि मराठी और कन्नड़ भाषी लोग बेलगावी की सीमा से लगे इलाकों में सद्भाव से रह रहे हैं, लेकिन कुछ बदमाशों ने उन महान हस्तियों की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाया, जिनकी ‘‘धूल के बराबर भी वे नहीं’’ हैं।
बेंगलुरु में शिवाजी महाराज की प्रतिमा विरूपित किए जाने की खबर के बाद बेलगावी में शनिवार को उपद्रवी तत्वों ने स्वतंत्रता सेनानी संगोली रायन्ना की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी एवं सरकारी वाहनों पर पथराव किया। जिला प्रशासन ने 20 दिसंबर की सुबह तक दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। संगोली रायन्ना की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में अभी तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।