Covid-19: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने किया साफ, हालात देखकर पुरी में रथ यात्रा के बारे में फैसला लेगी ओडिशा सरकार, दी गई है रथ बनाने की अनुमति
By सुमित राय | Updated: May 7, 2020 21:27 IST2020-05-07T21:03:22+5:302020-05-07T21:27:00+5:30
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि पुरी में रथ यात्रा के बारे में फैसला ओडिशा सरकार मौजूदा हालात को देखकर लेगी, लेकिन रथ कला में रथ बनाने की अनुमति दी गई है।

इस साल रथ यात्रा का आयोजन 23 जून को होना है। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि पुरी में रथ यात्रा के आयोजन का निर्णय ओडिशा सरकार द्वारा मौजूदा कोविड-19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा, लेकिन जुलूस के लिए रथ के निर्माण की अनुमति दी गई है।
बता दें कि ओडिशा सरकार ने लॉकडाउन के दौरान पुरी के जगन्नाथ मंदिर के बाहर रथ यात्रा के लिए रथ बनाने जैसी गतिविधियों की अनुमति देने की संभावना पर केंद्र से स्पष्टीकरण मांगा था। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति (एसजेटीएमसी) ने दो दिन पहले मंदिर परिसर के बाहर रथ निर्माण की अनुमति मांगी थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने केंद्र से इस बारे में पूछा था।
ओडिशा सरकार को लिखे पत्र में गृह मंत्रालय ने कहा कि शर्तें पूरी होने के साथ 'रथ कला' में रथ निर्माण के लिए इजाजत दे दी गई है, जो जगन्नाथ मंदिर कार्यालय और श्री नाहर महल के सामने ग्रांड रोड के दोनों ओर स्थित है।
मंत्रालय ने कहा कि 'रथ कला' में कोई धार्मिक समागम नहीं होना चाहिए और यह स्थान पूरी तरह पृथक रहना चाहिए। पत्र में कहा गया है कि वार्षिक रथ यात्रा निकालने का फैसला राज्य सरकार उस समय मौजूदा स्थिति को देखते हुए लेगी। लॉकडाउन के लिए जारी दिशानिर्देशों के अनुसार लोगों का जमा होना पूरी तरह प्रतिबंधित है।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति ने कहा था कि 'रथ कला' में कोई समागम नहीं होता, क्योंकि यह कार्यस्थल है और सार्वजनिक स्थल नहीं है, जहां आम जनता आ सके। हालांकि मंदिर समिति ने कहा कि कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिए 'रथ कला' को पास की ग्रांड रोड और आसपास के भवनों से कपड़ा लगाकर पृथक रखा जाएगा, ताकि आम जनता की पहुंच वहां नहीं हो।
गृह मंत्रालय के पत्र के अनुसार, समिति ने कहा कि कोविड-19 के प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जारी दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाएगा। बता दें कि इस साल जगन्नाथ मंदिर की वार्षिक रथयात्रा और उत्सव 23 जून को आयोजित होनी है।