आदित्य और तेजस्वी की मुलाकात हिन्दुत्व से धर्मनिरपेक्षता की ओर झुकाव या धर्मनिरपेक्षता से हिन्दुत्व की ओर
By एस पी सिन्हा | Published: November 23, 2022 05:17 PM2022-11-23T17:17:35+5:302022-11-23T17:29:23+5:30
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने पटना में उपमुख्मंत्री तेजस्वी यादव के साथ मुलाकात की। इस दौरान शिवसेना के उपनेता अनिल देसाई और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी मौजूद थीं।
पटना: शिवसेना (उद्धव गुट) के युवा नेता और उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे बुधवार को पटना पहुंचे। उन्होंने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की। आदित्य ठाकरे के साथ शिवसेना के उपनेता अनिल देसाई और सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी साथ रहे। पटना में राबड़ी आवास में हुई यह मुलाकात कई मायनों में खास बताई जा रही है।
भाजपा से नाता तोड़ने के बाद शिवसेना की ओर से महागठबंधन की तरफ होने वाली झुकाव पर सियासी चर्चे शुरू हो गये हैं। आदित्य ठाकरे का तेजस्वी से मुलाकात को कट्टर हिन्दुत्व से धर्मनिरपेक्ष की ओर जाना माना जाये अथवा तेजस्वी यादव के कट्टर धर्मनिरपेक्ष से हिन्दुत्व की ओर झुकाव होना, यह चर्चा का विषय बन गया है।
भाई @AUThackeray का पटना पहुँचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया। pic.twitter.com/rMCHGugkzs
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 23, 2022
इस तरह से तेजस्वी यादव और उद्धव ठाकरे मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि यह मुलाकात 2024 लोकसभा चुनाव से पहले नए गठबंधन को लेकर हुई है। बता दें कि देश भर में एनडीए के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव कर रहे हैं। कई दलों से नीतीश कुमार ने मुलाकात भी की थी। साथ में लालू और तेजस्वी विपक्ष को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। अब तेजस्वी यादव का उद्धव ठाकरे से मुलाकात को नई शुरुआत माना जा रहा है।
आदित्य ठाकरे देश के अनेक युवा नेताओं से भी मिलकर भाजपा विरोधी एकजुटता में शामिल होने का संकेत भी देते जा रहे हैं। कुछ ही दिनों पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी वह शामिल हुए और राहुल गांधी के साथ गलबहियां करते दिखाई दिए। अब वह बिहार आकर यहां के युवा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलकर भी विपक्षी एकजुटता को ही धार देने का प्रयास किया।
माना जा रहा है कि उनकी यह मुलाकात कुछ ही महीनों में होने जा रहे मुंबई महानगरपालिका चुनावों को लेकर भी महत्त्वपूर्ण है। संभव है, मनपा चुनावों के दौरान वह तेजस्वी को मुंबई आमंत्रित कर यहां रह रहे बिहारी मूल के लोगों को शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे की ओर मोड़ने का प्रयास करें।
यह पहला मौका रहा जब ठाकरे परिवार का कोई व्यक्ति लालू परिवार से बिहार आकर मिला है। हालांकि दोनों की मुलाकात पर भाजपा प्रवक्ता राम सागर सिंह ने तंज कसते हुए कहा है कि इस मुलाकात में तेजस्वी यादव क्या आदित्य ठाकरे को भ्रष्टाचार के गुण सिख गये होंगे और आदित्य ठाकरे तेजस्वी को हिंदुत्व का गुण सिखा गये हैं।