Maratha Reservation "हम किसी भी कीमत पर आरक्षण की मांग को लेकर दृढ़ हैं", मनोज जारांगे पाटिल की पुणे में पदयात्रा के चौथे दिन कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 23, 2024 11:15 AM2024-01-23T11:15:10+5:302024-01-23T11:19:49+5:30
मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जारांगे पाटिल ने कहा कि 25 और 26 जनवरी को मुंबई मराठा लोगों से भर जाएगी और वे बिना रिजर्वेशन के वहां से वापस नहीं जाएंगे।
पुणे: मराठा आरक्षण को तत्काल लागू करने की मांग को लेकर मराठा कोटा आंदोलन के प्रमुख नेता कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल की पदयात्रा मंगलवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गई। बताया जा रहा है कि मनोज जारांगे आज पुणे के रंजनगांव से मुंबई की ओर अपना मार्च फिर से शुरू करेंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मराठा आंदोलन की अगुवाई कर रहे मनोज जरांगे ने कहा कि वह अपनी मांग पर मजबूती से कायम हैं और उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन उन्हें मुंबई के आजाद मैदान या शिवाजी पार्क में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति देगा।
मनोज जारांगे पाटिल ने कहा, "मराठवाड़ा संभागीय आयुक्त ने आज सुबह लगभग 4 बजे मुझसे मुलाकात की। उन्होंने मुझे सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया। उन्होंने मुझे मराठा समुदाय के लोगों को दिए गए कुछ कुनबी प्रमाणपत्रों के बारे में भी बताया लेकिन हम अपनी मांग पर अड़े हुए हैं हमारे समुदाय के लिए तत्काल आरक्षण की व्यवस्था की जाए। हम मुंबई की ओर अपना मार्च करना जारी रखेंगे। मुझे यकीन है कि आज़ाद मैदान या शिवाजी पार्क में हमें विरोध प्रदर्शन की अनुमति मिलेगी।"
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण विरोध बीते शुक्रवार को इस समय फिर से शुरू हो गया जब मनोज जरांगे पाटिल ने मराठा आरक्षण को तत्काल लागू करने की मांग को लेकर मुंबई तक मार्च के नेतृत्व का ऐलन किया।
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा उसके 5 मई, 2021 के फैसले को चुनौती देने वाली एक सुधारात्मक याचिका पर सुनवाई 24 जनवरी को तय की, जिसमें मराठा आरक्षण कानून को असंवैधानिक ठहराया गया था। कोर्ट में समीक्षा याचिका खारिज होने के बाद क्यूरेटिव याचिका मामले में लोगों या पक्षों के लिए आखिरी मौका है।
5 मई, 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने यह देखते हुए कि मराठा आरक्षण देते समय 50 प्रतिशत आरक्षण का उल्लंघन करने का कोई वैध आधार नहीं था। उसने सूबे के कॉलेजों, उच्च शैक्षणिक संस्थानों और नौकरियों में मराठा समुदाय के लिए किये गये आरक्षण के प्रावधान को रद्द कर दिया था।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम के ताजा मामले की बात करें तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि फरवरी 2024 में मराठा आरक्षण पर चर्चा के लिए एक विशेष सत्र बुलाया जाएगा और इसके साथ ही सीएम शिंदे ने इस बात का भी आश्वासन दिया कि मराठा समुदाय को आरक्षण देते समय किसी अन्य समुदाय के साथ कोई अन्याय नहीं किया जाएगा।
वहीं जारांगे पाटिल ने मुंबई तक मार्च करने को अपनी मजबूरी बताते हुए कहा, "हमारे पास मुंबई जाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। आज पदयात्रा का दूसरा दिन है। कल लगभग 15 लाख लोग पदयात्रा में शामिल हुए। रविवार को असुविधा से बचने के लिए हमें उनमें से कुछ को वापस जाने के लिए कहना होगा।"
इसके साथ ही पाटिल ने यह भी कहा कि 25 और 26 जनवरी को मुंबई मराठा लोगों से भर जाएगी और वे बिना रिजर्वेशन के वहां से वापस नहीं जाएंगे।
उन्होंने कहा, "लेकिन एक बात निश्चित है कि 25 जनवरी की शाम और 26 जनवरी को मुंबई मराठा लोगों से भरी होगी और पूरी मुंबई भगवा हो जाएगी। हमारा समुदाय पूरी ताकत से जाएगा। एक बात निश्चित है कि हम किसी भी कीमत पर आरक्षण लिए बिना हम यहां से पीछे नहीं हटेंगे।"