नई दिल्ली, 9 अगस्त: मराठा समूहों के संघ सकल मराठा समाज ने कहा कि नवी मुंबई को छोड़कर पूरे महाराष्ट्र में गुरुवार को ‘बंद’ रखा जाएगा ताकि आरक्षण के लिए समुदाय की मांग पर दबाव बनाया जा सके। अधिकारियों ने हिंसा की आशंका को देखते हुए कुछ इलाकों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आश्वासन दिया था कि सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में मराठा लोगों को आरक्षण मुहैया कराने के लिए उनकी सरकार काम कर रही है जो कानूनन ठीक हो। उनके आश्वासन के बावजूद बंद का आयोजन किया जा रहा है।आरक्षण के बारे में कदम उठाने के लिए फडणवीस ने नवम्बर तक का समय मांगा है। बंद की पूर्व संध्या पर वरिष्ठ मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने आज कहा कि उनकी मांग पर 15 नवम्बर तक ‘‘कुछ नहीं किया जा सकता।’’ राज्य पुलिस ने कहा है कि वह अपने कर्मियों की अधिकतम तैनाती करेगी और साथ ही कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय बलों की भी मांग करेगी। एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने बंद के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों पर त्वरित कार्यबल की छह कंपनियां और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल तथा राज्य रिजर्व पुलिस बल की एक-एक कंपनी तैनात की है।उन्होंने बताया कि विभिन्न स्थानों पर पुलिस की मदद के लिए होमगार्ड के जवान भी तैनात किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने और कानून व्यवस्था को हाथ में नहीं लेने की अपील की है। पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रखेगी। राज्य के मुख्य सचिव डीके जैन ने बंद से पहले सुरक्षा उपायों की समीक्षा की है। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उपनगरीय रेल सेवा सुचारु ढंग से चले तथा स्कूल एवं अन्य सेवाएं प्रभावित न हों।
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