औरंगाबाद से चुराए वाहन में की गई हिरेन की हत्या! जांच अधिकारियों को संदेह, नवंबर में रची गई थी साजिश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 13, 2021 09:22 PM2021-04-13T21:22:48+5:302021-04-13T21:23:44+5:30
मनसुख हिरेन की कथित हत्या मामले की पहले जांच कर चुके एटीएस के एक अधिकारी ने कहा कि ठाणे जिले में हिरेन का शव मिलने से एक दिन पहले चार मार्च को यह कार एक अन्य कार के साथ दिखाई दी थी.
मुंबईः ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत के मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को संदेह है कि पिछले वर्ष नवंबर में औरंगाबाद से चोरी हुई एक कार में उसकी हत्या की गई होगी.
हिरेन की कथित हत्या मामले की पहले जांच कर चुके एटीएस के एक अधिकारी ने कहा कि ठाणे जिले में हिरेन का शव मिलने से एक दिन पहले चार मार्च को यह कार एक अन्य कार के साथ दिखाई दी थी. संदेह है कि वह कार मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाझे चला रहे थे.
हिरेन उस स्कॉर्पियो कार का मालिक थे, जिसमें 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट विस्फोटक सामग्री रखी मिली थी. अंबानी की सुरक्षा में सेंध और हिरेन की हत्या के मामले की जांच फिलहाल एनआईए कर रहा है, जिसने इस सिलसिले में 13 अप्रैल को वाझे को गिरफ्तार किया था.
सूत्रों ने कहा, ''संदेह है कि यह कार 16 नवंबर को औरंगाबाद शहर के सिटी चौक इलाके से चोरी की गई और फिर हिरेन की हत्या में उसका इस्तेमाल किया गया. जांचकर्ताओं को संदेह है कि हिरेन की हत्या की साजिश पिछले वर्ष नवंबर में रची गई थी.''
इस एटीएस अधिकारी ने कहा, ''चार मार्च को इस कार में कम से कम दो लोगों के होने के बारे में पता चला है. संदेह है कि आरोपियों ने हिरेन को उस वाहन में बिठाए रखा और बाद में उसकी हत्या कर दी.'' सूत्रों ने बताया था कि हिरेन की हत्या वाले दिन वाझे दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से ठाणे जाने के लिए एक लोकल ट्रेन में सवार हुए थे.
नष्ट कर दी गई कार? एटीएस अधिकारी ने कहा कि इस कार का पता चलना अभी बाकी है. हो सकता है कि आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए उसे नष्ट कर दिया हो. पुलिस उन गैरेज में कार की तलाश कर रही है, जहां वाहनों को नष्ट किया जाता है.'' एनआईए को जांच के दौरान मुंबई में मीठी नदी से कार के नंबर प्लेट के अलावा कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान और एक लैपटॉप मिला था.