MP पुलिस में पदस्थ मंजुला मिश्रा बनी विदेश मंत्रालय में चयनित होने वाली प्रथम भारतीय महिला
By रामदीप मिश्रा | Published: May 11, 2018 10:17 PM2018-05-11T22:17:31+5:302018-05-11T22:23:15+5:30
मिश्रा को उनकी सेवाओं के लिए उन्हें दुर्गम सेवा पदक, आंतरिक सुरक्षा पदक और यूएन मैडल से सम्मानित किया गया है। मध्य प्रदेश पुलिस परिवार के साथ-साथ उनके परिजनों और सुभ चिंतकों की ओर से उन्हें बधाई और उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनाएं दी गई हैं।
भोपाल, 11 मईः भोपाल के सायबर सेल, आईजी कार्यालय में पदस्थ निरीक्षक मंजुला मिश्रा का असिस्टेंट सिक्योरिटी पुलिस ऑफिसर के पद पर विदेश मंत्रालय में चयन हो गया है। वह इस तरह का गौरव प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला अधिकारी बन गई हैं। इससे पहले इस पद पर पुरुष ही पदस्थ रहे हैं। मिश्रा नेशनल इन्वेस्टिगेशन ऐजेंसी (एनआईए) दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर 6 वर्ष सेवाएं देने के साथ ही यूनाइटेड नेशन्स के शांति मिशन के अंतर्गत लगभग डेढ़ वर्ष तक सायप्रस में भी पदस्थ रहीं।
मिश्रा को उनकी सेवाओं के लिए उन्हें दुर्गम सेवा पदक, आंतरिक सुरक्षा पदक और यूएन मैडल से सम्मानित किया गया है। मध्य प्रदेश पुलिस परिवार के साथ-साथ उनके परिजनों और सुभ चिंतकों की ओर से उन्हें बधाई और उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनाएं दी गई हैं।
1999 के बैच में सब इंस्पेक्टर पद पर मध्यप्रदेश पुलिस में शामिल होने वाली मंजुला महिला थाना भोपाल में काफी दिनों तक थाना प्रभारी रही हैं। वे कई जिलों में थाना प्रभारी रहीं हैं। उन्होंने एनएआई दिल्ली में छह वर्ष सेवाएं दी हैं।
मंजुला देश की सुरक्षा एजेंसियों के साथ यूनाइटेड नेशंस के पीस कीपिंग मिशन में डेढ़ वर्ष तक सायप्रस में रहीं। नक्सल एवं डकैती प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर कार्य की वजह से उन्हें दुर्गम सेवा पदक, आंतरिक सुरक्षा पदक एवं यूएन मेडल जैसे सम्मान मिल चुके हैं। 2015 से सायबर शाखा भोपाल की इंचार्ज रहीं।
मंजुला ने बताया कि उन्हें प्रतिनियुक्ति की जानकारी मिली है, लेकिन उन्हें नहीं पता कि इस पद पर क्या काम करना है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि जो भी काम मिलेगा ईमानदारी-हौसले के साथ करूंगी। उन्होंने इस पद में चयन होने के सवाल पर कहा कि मेहनत, लगन से सबको काम करना चाहिए।
(भोपाल से सुधीर शर्मा की रिपोर्ट)