ममता बनर्जी का 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान, कहा, "कांग्रेस-सीपीएम के साथ नहीं होगा गठंबधन"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 3, 2023 10:17 AM2023-03-03T10:17:48+5:302023-03-03T10:22:12+5:30
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में मिली हार पर नाराजगी प्रदर्शित करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल का 'गठबंधन' केवल जनता के साथ होगी और पार्टी उस चुनाव को अपने दम पर लड़ेगी।
दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की एकता को उस समय भारी झटका दे दिया, जब उन्होंने स्पष्ट कहा कि तृणमूल के दरवाजे कांग्रेस और सीपीएम के लिए बंद हैं। ममता बनर्जी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के नतीजे पर नाराजगी प्रदर्शित करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल का 'गठबंधन' केवल जनता के साथ होगी और पार्टी उस चुनाव को अपने दम पर लड़ेगी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में सीपीएम समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार से तृणमूल प्रत्याशी को मिली हार पर कहा कि यह पार्टी की हार नहीं है, इसके पीछे भाजपा-कांग्रेस की भारी साजिश है। भाजपा के वोट भी कांग्रेस उम्मीदवार को ट्रांसफर हुए हैं, सीपीएम पहले से कांग्रेस के साथ थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-सीपीएम ने 'अनैतिक गठबंधन' किया था, जिसमें भाजपा ने भी साथ दिया था।
सागरदिघी उपचुनाव में मिली हार के बाद ममता बनर्जी से जब यह पूछा गया कि 2024 को लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी गठबंधन पर उनकी क्या सोच है, क्या वो कांग्रेस-सीपीएम के साथ गठंबधन करेंगी। इस सवाल के जवाब में ममता ने कहा, “तृणमूल के लिए कांग्रेस और सीपीएम भाजपा की तरह ही हैं। हमारा गठबंधन जनता के साथ होगा। हम न तो कांग्रेस के साथ जाएंगे और न सीपीएम के साथ।"
इसके साथ ही सीएम बनर्जी ने अपनी बात को आगे ले जाने के क्रम में कहा, "2024 का चुनाव हम केवल जनता के सहयोग से, जनता के लिए अपने दम पर लड़ेंगे। मुझे इस बात का भरोसा है कि जो लोग भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाना चाहते हैं, वे जरूर हमें वोट देंगे। लेकिन जो कांग्रेस या सीपीएम को वोट देंगे, वे उन्हें नहीं बल्कि सीधे भाजपा के वोट देंगे। ऐसा मेरा मानना है और सच्चाई इस उपचुनाव के नतीजों से सबके सामने आ गई है।"
ममता बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम गठबंधन के बंगाल में संभावित बेहतर प्रदर्शन के संबंध में कहा, "दोनों ने बंगाल में हमें हराने के लिए 2021 के विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन था। क्या हुआ था, सबके सामने है। कांग्रेस और सीपीएम का कोई जनाधार बंगाल में बचा नहीं है। इन दोनों दलों ने 2021 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल को हराने के लिए अपने वोट भाजपा को 'ट्रांसफर' कर दिए थे लेकिन बावजूद उसके तृणमूल ने अपने बल और जनता के विश्वास पर वो चुनाव जीता था, 2024 के लोकसभा चुनाव में भी वैसा ही होगा।"
दोनों दलों के लिए बेहद तल्ख अंदाज में सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि आने वाले दिनों में तृणमूल न केवल कांग्रेस-सीपीएम बल्कि भाजपा के बंगाल में चल रहे नाटक को खत्म कर देगी। कांग्रेस और सीपीएम दिखावा करते हैं लेकिन उनके और भाजपा की राजनीतिक सोच में कोई खास अंतर नहीं है। 2024 के चुनाव में तृणमूल निश्चित रूप से इन दलों को बंगाल से खत्म कर देगी। जहां तक भाजपा का सवाल है तो उन्हें हमारी खुली चुनौती है कि भाजपा लोकसभा चुनाव में तृणमूल को छू भी नहीं सकती है।
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल की मुर्शिदाबाद जिले की सागरदिघी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी बायरन विश्वास ने निकटतम तृणमूल कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी को 22,980 मतों से हरा दिया है। इसके साथ बायरन विश्वास मौजूदा विधानसभा के लिए निर्वाचित होने वाले पहले कांग्रेसी विधायक हो गये हैं। पिछले साल दिसंबर में तृणमूल सरकार के मंत्री रहे सुब्रत साहा के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी।