मुश्किल घड़ी में दीदी को अपनों का सहारा, ममता से 6 साल बाद मिले कुणाल घोष, अटकलें हुई तेज
By भाषा | Published: June 2, 2019 01:24 PM2019-06-02T13:24:54+5:302019-06-02T13:26:24+5:30
कुणाल घोष को नवंबर, 2013 में बिधाननगर के तत्कालीन पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल ने सारदा चिट फंड घोटाले के सिलसिले में उस समय गिरफ्तार किया था, जब वह तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य थे। उन्हें 2016 में जमानत मिली थी।
लगभग छह साल के अंतराल के बाद तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता कुणाल घोष ने शनिवार को पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी से उनके कालीघाट स्थित आवास पर मुलाकात की।
घोष ने कहा कि यह एक "बहुत अच्छी बैठक" थी और उन्होंने बनर्जी के साथ कई विषयों पर चर्चा की। तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद ने पार्टी नेता और बनर्जी के भतीजे अभिषेक से भी मुलाकात की।
घोष ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, "छह साल बाद मुख्यमंत्री से मिलना अच्छा रहा। यह एक खुली बैठक थी। हमने कई विषयों पर बातचीत की।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक पार्टी में उनके फिर से कामकाज शुरू करने की दिशा में एक कदम है तो उन्होंने कहा, "मैं उस सब में नहीं जाना चाहता... हालांकि कुछ मुद्दों पर पार्टी के साथ मेरे कुछ मतभेद थे, मैंने अपनी राजनीतिक संबद्धता को नहीं बदला है।"
घोष को नवंबर, 2013 में बिधाननगर के तत्कालीन पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल ने सारदा चिट फंड घोटाले के सिलसिले में उस समय गिरफ्तार किया था, जब वह तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य थे। उन्हें 2016 में जमानत मिली थी।