महाराष्ट्र: संभाजी भिड़े ने महात्मा गांधी पर विवादित टिप्पणी करने के बाद साधा साईं बाबा पर निशाना
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 1, 2023 10:17 AM2023-08-01T10:17:24+5:302023-08-01T10:23:34+5:30
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के बाद संभाजी भिड़े ने अब हिंदू और मुसलमानों की सांझी श्रद्धा के केंद्र साईं बाबा पर हमला बोला है।
मुंबई: दक्षिणपंथी विचारक संभाजी भिड़े उर्फ मनोहर भिड़े महाराष्ट्र सरकार के लिए लगातार परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने और उनके पिता को पिता मुस्लिम बताने के बाद अब संभाजी ने हिंदू और मुसलमानों की सांझी श्रद्धा के केंद्र साईं बाबा पर हमला बोला है।
समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार बीते सोमवार को संभाजी भिड़े ने साईं बाबा के विषय में यह कहकर एक और विवाद को जन्म दे दिया कि साईंबाबा के मंदिर में हिंदुओं को नहीं जाना चाहिए। इतना ही नहीं संभाजी ने यह भी कहा कि साईं, कभी भी हिंदूओं के भगवान नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि हिंदू साईं बाबा का सम्मान करते हैं लेकिन क्या हिंदुओं को यह नहीं परखना चाहिए कि क्या साईंबाबा इसके वास्तविक हकदार हैं।
संभाजी भिड़े ने बेहद विवादित टिप्पणी करते हुए कहा, “हिन्दुओं को सबसे पहले अपने घरों से साईं बाबा की तस्वीरों और मूर्तियों को हटा देनी चाहिए। मैं कोई मानसिक व्यक्ति नहीं हूं लेकिन यह बात मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि साईं बाबा को बिल्कुल भी भगवान नहीं माना जाना चाहिए।"
एक तरफ संभाजी साईं बाबा के बारे में विवादित बयान दे रहे थे वहीं दूसरी ओर सोमवार को ही मुंबई में उनके द्वारा महात्मा गांधी के खिलाफ दिये विवादित बयान के विरोध में सत्ताधारी एनसीपी यानी अजित पवार गुट के विधायक और मंत्री मंत्रालय के पास स्थित गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन कर रहे थे।
मालूम हो कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने संभाजी भिड़े के द्वारा महात्मा गांधी के खिलाफ की गई टिप्पणी की तीखी निंदा करते हुए कहा कि भिड़े का बयान कतई स्वीकार नहीं है और वे राष्ट्रीय प्रतीकों के खिलाफ ऐसी किसी भी अपमानजनक टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के संस्थापक संभाजी भिड़े ने बीते गुरुवार को अमरावती में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि गांधी जी के पिता मुस्लिम थे और उनके पास इसके ऐतिहासिक सबूत भी हैं।