महाराष्ट्र: अजित की शपथ पर NCP नेता नवाब मलिक का आरोप- हमने विधायकों की अटेंडेंस ली थी, हस्ताक्षरों का दुरुपयोग कर लिया
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: November 23, 2019 11:29 AM2019-11-23T11:29:21+5:302019-11-23T11:47:19+5:30
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया है कि शपथ के लिए विधायकों की उपस्थिति के हस्ताक्षरों का दुरुपयोग किया गया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजित पवार पर बड़ा आरोप लगा है कि उन्होंने विधायकों के उपस्थिति हस्ताक्षरों का दुरुपयोग किया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया है कि शपथ के लिए विधायकों की उपस्थिति के हस्ताक्षरों का दुरुपयोग किया गया।
नवाब मलिक ने कहा, ''हमने उपस्थिति दर्ज करने के लिए विधायकों के हस्ताक्षर लिए थे जिनका शपथ के लिए दुरुपयोग कर लिया गया।''
Nawab Malik, Nationalist Congress Party (NCP): We had taken signatures from MLAs for attendance, it was misused as a basis for the oath. #Maharashtrapic.twitter.com/vZo05p1vri
— ANI (@ANI) November 23, 2019
नवाब मलिक ने आगे कहा, ''ये धोखे से बनाई गई सरकार है और ये विधानसभा के फ्लोर पे हारेगी, सारे विधायक हमारे साथ हैं।''
Nawab Malik,NCP:Ye dhoke se banayi gayi sarkar hai aur ye vidhan sabha ke floor pe haaregi, saare vidhayak hamare saath hain. #Maharashtrapic.twitter.com/TISmQENzTo
— ANI (@ANI) November 23, 2019
कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, निरूपम ने कहा, ''लोग सोच रहे होंगे कि आज के घटनाक्रम से मैं खुश होऊंगा लेकिन मैं वास्तव में बहुत दुखी हूं। इसमें अनावश्यक रूप से कांग्रेस को बदनाम किया गया और शिवसेना के साथ गठबंधन की सोच एक गलती थी। मैं सोनिया जी से अपील करता हूं कि वे पहले कांग्रेस कार्य समिति को भंग करें।''
Sanjay Nirupam: People would be thinking I will be happy by today's developments,but I am actually very sad. Congress has been unnecessarily defamed in this and thinking of alliance with Shiv Sena was a mistake. I appeal to Sonia ji to at first dissolve Congress Working Committee pic.twitter.com/dvg9sEBCDB
— ANI (@ANI) November 23, 2019
बता दें कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट कर कहा, ‘‘महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देने का अजित पवार का फैसला उनका व्यक्तिगत निर्णय है। यह राकांपा का फैसला नहीं है। हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम इस फैसले का समर्थन नहीं करते।’’