लाइव न्यूज़ :

महाराष्ट्र विधानसभा सचिव ने शिवसेना के 53 विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया, जानें आखिर क्या है कारण

By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 10, 2022 17:04 IST

महाराष्ट्र विधानसभा सचिव ने कुल 55 शिवसेना विधायकों में से 53 को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इनमें से 39 विधायक एकनाथ शिंदे के खेमे के और 14 विधायक उद्धव ठाकरे नीत गुट के हैं।

Open in App
ठळक मुद्देनार्वेकर को 164 मत मिले थे, जबकि साल्वी को 107 वोट मिले थे।चार जुलाई को सरकार के शक्ति परीक्षण के दिन शिंदे खेमे में शामिल हो गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का नाम शामिल नहीं किया है।

मुंबईः महाराष्ट्र विधानमंडल सचिव राजेंद्र भागवत ने नोटिस जारी किया है। भागवत ने कहा किदोनों पक्षों की शिकायत मिलने पर शिवसेना के दोनों धड़ों के 53 विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सभी को एक सप्ताह के भीतर जवाब देना है।

शिवसेना के 53 विधायकों को कारण बताओ नोटिस के बारे में पूछे जाने पर महाराष्ट्र विधानमंडल सचिव राजेंद्र भागवत ने कहा, "जब भी हमें कोई आवेदन मिलता है, तो हमें उस पर कार्रवाई करनी होती है, इसलिए प्रत्येक विधायक को नोटिस जारी किया गया है जिसके खिलाफ आवेदन किया गया था।"

ठाकरे खेमे के 14 विधायकों में से एक संतोष बांगर चार जुलाई को सरकार के शक्ति परीक्षण के दिन शिंदे खेमे में शामिल हो गए थे। दोनों पक्षों के विधायकों ने कारण बताओ नोटिस मिलने की पुष्टि की। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर क्रमश: तीन और चार जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव और विश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान पार्टी व्हिप की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए दोनों पक्षों के विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है।

शिंदे खेमे ने उन विधायकों की सूची में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का नाम शामिल नहीं किया है, जिन्हें उन्होंने अयोग्य ठहराने की मांग की है। नोटिस महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य (दल-बदल के आधार पर अयोग्यता) नियमों के तहत जारी किए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि विधायकों को सात दिन के भीतर अपना पक्ष स्पष्ट करने को कहा गया है।

राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में शिवसेना के 55 विधायक हैं। शिवसेना के एक विधायक की मृत्यु के कारण सदन के सदस्यों की मौजूदा संख्या 287 है। शक्ति परीक्षण के दौरान 164 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था, जबकि 99 ने इसके खिलाफ मतदान किया था।

चार जुलाई को राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद एकनाथ शिंदे के खेमे ने उद्धव ठाकरे गुट के 14 विधायकों को शिवसेना के व्हिप और शिंदे के वफादार भरत गोगावले द्वारा जारी किए गए व्हिप का उल्लंघन करने के लिए नोटिस जारी किया था।

विश्वास प्रस्ताव पर मतदान से एक दिन पहले महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने ठाकरे खेमे से जुड़े सुनील प्रभु के स्थान पर गोगावले को शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में मान्यता दी थी। तीन जुलाई को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए थे। विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में नार्वेकर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के उम्मीदवार राजन साल्वी को हराया था। नार्वेकर को 164 मत मिले थे, जबकि साल्वी को 107 वोट मिले थे।

(इनपुट एजेंसी)

 

टॅग्स :महाराष्ट्रएकनाथ शिंदेउद्धव ठाकरेशिव सेनाBJPमुंबई
Open in App

संबंधित खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट