महाराष्ट्र: लॉकडाउन के बीच गृह मंत्री अनिल देशमुख ने की लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने वाली महिला पुलिसकर्मी की प्रशंसा
By भाषा | Published: May 22, 2020 08:42 PM2020-05-22T20:42:08+5:302020-05-22T20:42:08+5:30
मुंबई में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान चार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए महिला पुलिस कर्मी की महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने तारीफ की है।
मुंबई: महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान चार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए महिला पुलिस कर्मी की तारीफ की है। बृहस्पतिवार रात को ट्विटर पर, मंत्री ने कहा कि पुलिस नायक संध्या शीलवंत ने एक दिन में चार व्यक्तियों का अंतिम संस्कार किया और अपने कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है।
कुछ मृतक बेसहारा थे, जबकि एक व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित था और उसके रिश्तेदारों ने उसके शव पर दावा नहीं किया था। शीलवंत मध्य मुंबई के शाहू नगर थाने से संबद्ध हैं और उनका काम क्षेत्र में दुर्घटनावश होने वाली मौतों का पंजीकरण करना है। वह लावारिस लाशों को लेकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजती हैं और उनके परिवारों को तलाशती हैं और जिन शवों पर कोई दावा करने नहीं आता, उनका अंतिम संस्कार कराती हैं।
शीलवंत ने कहा कि कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के मद्देनजर, बेसहारा शवों पर कोई दावा नहीं करने आ रहा है और कोविड-19 से संक्रमित कुछ मरीजों के रिश्तेदारों को डर है कि कहीं उन्हें भी संक्रमण न हो जाए।
उन्होंने कहा, " उन शवों का अंतिम संस्कार कराना मेरी ड्यूटी है, जिनपर कोई दावा नहीं करता है और मैं अपनी ड्यूटी करती हूं। मैं मृतकों के खून के नमूने लेती हैं और उनका विसरा फॉरेंसिक प्रयोगशाला ले जाती हूं ताकि उनकी मौत के कारण का पता चल सके।" उन्होंने कहा, " लॉकडाउन के बाद से हम छह ऐसे शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं, जिन पर किसी ने दावा नहीं किया है। "