Maharashtra Election 2024 Voting Live: आपातकाल के दौरान एक महीने जेल में रहने वालीं 93 वर्षीय महिला ने किया मतदान, सुबह 9 बजे से अब तक 6.61% हुआ मतदान
By अंजली चौहान | Updated: November 20, 2024 12:08 IST2024-11-20T12:07:36+5:302024-11-20T12:08:37+5:30
Maharashtra Election 2024 Voting Live:सभी 288 विधानसभा सीटों पर आज मतदान हो रहा है और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।

Maharashtra Election 2024 Voting Live: आपातकाल के दौरान एक महीने जेल में रहने वालीं 93 वर्षीय महिला ने किया मतदान, सुबह 9 बजे से अब तक 6.61% हुआ मतदान
Maharashtra Election 2024 Voting Live:महाराष्ट्र में आज सुबह सात बजे से मतदान हो रहे हैं जिसमें वोटरों की भीड़ देखी जा रही है। विधानसभा चुनाव के लिए सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है जो आज शाम 6 बजे तक चलेगा। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। महाराष्ट्र में दो प्रमुख राजनीतिक गठबंधनों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा: सत्तारूढ़ गठबंधन 'महायुति' जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं, और विपक्ष का महा विकास अघाड़ी (एमवीए) जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी), शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) शामिल हैं।
मतदान केंद्रों पर जहां नेता और बॉलीवुड सेलेब्स नजर आए वहीं, एक बुजुर्ग महिला ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
दरअसल, आपातकाल के दौरान एक महीने जेल में रह चुकीं नागपुर की 93 वर्षीय अरुणा चितले ने बुधवार सुबह अपने मताधिकार का प्रयोग किया। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट के लिए सुबह सात बजे से मतदान जारी है। चितले ने कहा कि वह बुजूर्ग हो सकती हैं, लेकिन बुढ़ापा उनके लिए लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने में कोई रुकावट नहीं है।
12.71% voter turnout recorded till 9 am in the second and final phase of #JharkhandElection2024
— ANI (@ANI) November 20, 2024
6.61% recorded till 9 am in #MaharashtraElection2024pic.twitter.com/J2FPub6C8U
नागपुर शहर के टाउन हॉल इलाके में एक मतदान केंद्र पर अपनी बहू के साथ पहुंचीं 93 वर्षीय अरुणा ने वोट डाला। यह पूछे जाने पर कि इस उम्र में वोट डालने के लिए उन्हें किस बात ने प्रेरित किया, चितले ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ''हालांकि मैं बुजूर्ग हूं, लेकिन मैं मतदान करना चाहती थी और मेरे परिवार ने इसमें मेरी मदद की।''
चितले ने कहा कि लोगों को वरिष्ठ नागरिकों को वोट डालने में मदद करनी चाहिए और युवाओं को भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। चितले ने कहा कि 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान वह एक महीने के लिए जेल में रही थीं।