Maharashtra: उद्धव ठाकरे से देवेंद्र फडणवीस की हुई लिफ्ट में सीक्रेट मुलाकात, राजनीतिक गलियारों में हलचल
By आकाश चौरसिया | Updated: June 27, 2024 18:35 IST2024-06-27T18:13:28+5:302024-06-27T18:35:05+5:30
Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। विधान परिषद में जाने के लिए उद्धव ठाकरे लिफ्ट के पास पहुंचे, जहां पहले से डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मौजूद थे। वे भी लिफ्ट आने का इंतजार कर रहे थे। अब शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने दी सफाई।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
Maharashtra:महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे की विधानसभा की लिफ्ट में मुलाकात हुई, इसके साथ दोनों की इस भेंट से कयास लगाया जा रहा है कि उद्धव एनडीए में वापसी कर सकते हैं। हालांकि, माना जा रहा है यह मुलाकात पर्दे के पीछे जैसी रही। इस बीच खबर आने के बाद राजनीतिक गलियारों हलचल पैदा कर दी है। अब इस मुलाकात को लेकर उद्धव ने सफाई दी है।
गौरतलब है कि खबरें ये आ रही हैं कि दोनों विधानसभा के सत्र में हिस्सा लेने के लिए एक लिफ्ट के सामने आ गए और दोनों इस दौरान इंतजार करते दिखे। लेकिन, जब तक आती-आती लिफ्ट तब तक दोनों ने बातचीत की।
Dint know Uddhav Thackeray had a funny bone 🤣🤣🤣@uddhavthackeray reacts to a viral video showing him & #Maharashtra Deputy CM @Dev_Fadnavis travelling in same lift
— Nabila Jamal (@nabilajamal_) June 27, 2024
"I met Devendra Fadnavis in the elevator, it was a coincidence. You must be thinking it's 'Nana Karte Pyaar… pic.twitter.com/KKpMlbJEj6
महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। विधान परिषद में जाने के लिए उद्धव ठाकरे लिफ्ट के पास पहुंचे, जहां पहले से डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मौजूद थे। वे भी लिफ्ट आने का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान दोनों की मुलाकात हुई और उन्होंने एक-दूसरे बातचीत की। इसके बाद उद्धव-फडणवीस एक ही लिफ्ट से साथ गए। मीडिया में दोनों नेताओं की तस्वीर सामने आने के बाद राजनीति गरम हो गई।
इसे लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा कि लिफ्ट में देवेंद्र फडणवीस से आज अचानक भेंट हो गई। ऐसा कभी नहीं होने वाला है कि ना ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे। उन्होंने आगे कहा कि भाजपी नेता और संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल से भी आज मुलाकात हुई। इसे लेकर उद्धव ने कहा कि चंद्रकांत दादा ने उन्हें चॉकलेट दिया, लेकिन उनकी डिमांड है कि जनता को योजनाओं का चॉकलेट न दें।