महाराष्ट्र चुनाव: मराठवाड़ा की 46 सीटों पर रोचक जंग, कहीं तीसरे प्रत्याशी की परेशानी तो कहीं सीधा मुकाबला

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 20, 2019 08:36 AM2019-10-20T08:36:47+5:302019-10-20T08:36:47+5:30

Marathwada 46 Assembly constituencies: भाजपा-शिवसेना के लिए पुराना प्रदर्शन बरकरार रखने की चुनौती, कांग्रेस-राकांपा को वापसी की आस

Maharashtra Assembly Polls 2019: Marathwada 46 Assembly constituencies, fight between BJP, Shiv Sena and Congress, NCP alliance | महाराष्ट्र चुनाव: मराठवाड़ा की 46 सीटों पर रोचक जंग, कहीं तीसरे प्रत्याशी की परेशानी तो कहीं सीधा मुकाबला

बीड जिले की परली विधानसभा सीट में बीजेपी की पंकजा मुंडे के खिलाफ उनके चचेरे भाई धनंजय मुंडे की चुनौती

Highlightsमहाराष्ट्र चुनाव में मराठवाड़ा के आठ जिलों की 46 सीटों पर नजरपिछले चुनावों में बीजेपी-शिवसेना ने अकेले-लड़ते हुए जीती थीं 15 सीटें

औरंगाबाद। मराठवाड़ा के आठ जिलों में फैली सभी 46 सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा-शिवसेना गठबंधन और कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मोर्चे के बीच नजर आ रहा है। कुछ स्थानों पर वंचित बहुजन आघाड़ी और एआईएमआईएम के प्रत्याशी दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। इसी प्रकार सभी दलों के बागी प्रत्याशी भी कहीं-कहीं सिरदर्द बने हुए हैं। 

पिछले चुनाव में इनमें से 15 सीटों पर भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ते हुए जीत हासिल की थी। मराठवाड़ा के मुख्यालय औरंगाबाद जिले की नौ सीटों पर गत चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने तीन-तीन सीटें अपनी झोली में डाली थी। कांग्रेस, राकांपा और एआईएमआईएम को एक-एक सीट पर जीत मिली थी।

औरंगाबाद जिला : कुल सीटें -9

औरंगाबाद जिले की नौ विधानसभा सीटों के लिए कुल 133 प्रत्याशी मैदान में हैं। सिल्लोड़ निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना के अब्दुल सत्तार व कांग्रेस के कैसर आजाद में मुख्य मुकाबला होगा. यहां बसपा के संदीप सुरडकर, ‘वीबीएम’ के दादाराव वानखेड़े भी मैदान में हैं. इसी प्रकार कन्नड़ निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना के उदयसिंह राजपूत और राकांपा के संतोष कोल्हे प्रमुख प्रत्याशी हैं। 

इसके अलावा ‘वीबीएम’ के मारुति राठौड़ भी किस्मत आजमा रहे हैं. निर्दलीय के रूप में हर्षवर्धन जाधव भी डटे हैं. फुलंब्री निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के डॉ कल्याण काले और भाजपा के हरिभाऊ बागड़े मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं. ‘वीबीएम’ की ओर से जगन्नाथ रिठे मैदान में हैं. औरंगाबाद मध्य से राकांपा के कदीर मौलाना, शिवसेना के प्रदीप जायस्वाल, ‘वीबीएम’ के अमित भुईगल, ‘एआईएमआईएम’ के नासेरोद्दीन सिद्दीकी चुनाव लड़ रहे हैं। 

औरंगाबाद पश्चिम में त्रिकोणीय मुकाबला है. यहां से शिवसेना के संजय शिरसाट, ‘एआईएमआईएम’ के अरुण बोर्डे और निर्दलीय राजू शिंदे के बीच कड़ा मुकाबला होने के संकेत है. ‘वीबीएम’ के संदीप शिरसाठ भी चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. औरंगाबाद पश्चिम से राजू शिंदे के डटे होने से शिवसेना के संजय शिरसाट की राह कठिन हो गई है।

औरंगाबाद पूर्व से भाजपा के अतुल सावे और ‘एआईएमआईएम’ के डॉ गफ्फार कादरी मुख्य रूप से आमने-सामने हैं. इन्हें कुछ निर्दलीय भी चुनौती दे रहे हैं. औरंगाबाद पूर्व से शिवसेना उम्मीदवार राजू वैद्य द्वारा नामांकन-पत्र वापस लेने के बाद यहां पर भाजपा के अतुल सावे के लिए रास्ता आसान हो गया है।

पैठण से राकांपा के दत्तात्रय गोर्डे, शिवसेना के संदीपान भूमरे, ‘एआईएमआईएम’ के प्रल्हाद राठौड़, ‘वीबीएम’ के विजय चव्हाण चुनाव लड़ रहे हैं. औरंगाबाद जिले की गंगापुर सीट से भाजपा के प्रशांत बंब, राकांपा के संतोष माने पाटील, ‘वीबीएम’ के अंकुश कालवणो चुनाव मैदान में हैं. वैजापुर निर्वाचन क्षेत्र से राकांपा के अभय चिकटगांवकर, शिवसेना के रमेश बोरनारे तथा ‘वीबीएम’ के प्रमोद नांगर चुनाव लड़ रहे हैं।

बीड जिला: कुल सीटें-6

बीड जिले की छह विधानसभा सीटों पर 115 प्रत्याशी मैदान में हैं। अमूमन सभी सीटों पर हाई होल्टेज मुकाबला है। बीड में चाचा-भतीजा जबकि परली में भाई-बहन में टकराव देखा जा रहा है। वहीं गेवराई में आपसी रिश्तेदारों में खींचातानी देखी जा रही है। बीड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में चाचा-भतीजे यानि शिवसेना के मंत्री जयदत्त क्षीरसागर व राष्ट्रवादी कांग्रेस के युवा नेता संदीप क्षीरसागर के बीच सीधी भिड़ंत हो रही है। 

परली में भारतीय जनता पार्टी की उमीदवार मंत्री पंकजा मुंडे व उनके चचेरे भाई राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता धनंजय मुंडे के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई हो रही हैं। गेवराई में भारतीय जनता पार्टी के विधायक लक्ष्मण पवार, राष्ट्रवादी कांग्रेस के विजयसिंह पंडित व शिवसेना से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक बदामराव पंडित के बीच मुकाबला है। 

आष्टी में भाजपा के वर्तमान विधायक भीमराव धोंडे व राष्ट्रवादी कांग्रेस के बालासाहब आजबे के बीच सीधा मुकाबला है। हालांकि यहां बागियों ने भाजपा उम्मीदवार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। माजलगांव में भाजपा के रमेश आड़सकर, राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रकाश सोलुंके व ‘एआईएमआईएम’ के अमर शेख के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है। 

केज में राकांपा का टिकट मिलने के बावजूद भाजपा में शामिल नमिता मुंदडा ( पूर्व मंत्री दिवंगत विमल मुंदडा की बहू ) व राकांपा के पृथ्वीराज साठे के बीच मुकाबले के आसार हैं. मगर यहां पर वंचित बहुजन आघाड़ी के उम्मीदवार तथा केज के पहले विधायक दिवंगत रामलिंग स्वामी के पोते पत्रकार वैभव स्वामी भी चुनौती दे रहे हैं।

परली सीट से बीजेपी की <a href='https://www.lokmatnews.in/topics/pankaja-munde/'>पंकजा मुंडे</a> है चुनाव मैदान में
परली सीट से बीजेपी की पंकजा मुंडे है चुनाव मैदान में

लातूर जिला : कुल सीटें-6

लातूर जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में लातूर ग्रामीण में कांग्रेस स्थिति अच्छी मानी जा रही है़ अहमदपुर, उद्गीर, लातूर शहर, औसा व निलंगा विधानसभा क्षेत्र में आखिरी चरण में भाजपा व कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हो रहा है़। 

लातूर ग्रामीण में कांग्रेस के धीरज देशमुख और शिवसेना के सचिन उर्फ रवि देशमुख के बीच मुकाबला होने की उम्मीद थी़ इसके अलावा वंचित मोर्चा के मंचकराव डोणो भी मैदान में है़ निलंगा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के उम्मीदवार और पालकमंत्री संभाजी पाटील व कांग्रेस के अशोकराव पाटील निलंगेकर, वंचित बहुजन मोर्चा के अरविंद भातांब्रे जोर लगा रहे है़ं। यहां कांग्रेस व भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है़। 

लातूर शहर में मुख्य लड़ाई कांग्रेस के अमित देशमुख, भाजपा के शैलेष लाहोटी और वंचित बहुजन मोर्चा के राजासाब मनियार के बीच है। अहमदपुर में भाजपा के विनायकराव जाधव-पाटील व राष्ट्रवादी कांग्रेस के बाबासाहब पाटील के बीच मुख्य मुकाबला है. वंचित मोर्चा की अयोध्या केंद्रे भी मैदान में हैं। 

उद्गीर विधानसभा क्षेत्र में राकांपा के संजय बनसोड़े व भाजपा के अनिल कांबले के बीच सीधी लड़ाई है। वंचित के अतुल धावारे भी मैदान में हैं. औसा में कांग्रेस के बसवराज पाटील, भारतीय जनता पार्टी के अभिमन्यु पवार, वंचित बहुजन मोर्चा के सुधीर पोतदार समेत 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। मुख्य चुनावी मुकाबला पवार व पाटील के बीच है।

नांदेड़ जिला: कुल सीटें-9

नांदेड़ जिले की नौ विधानसभा सीटों पर 135 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। सभी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं। नांदेड़ दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के मोहन हंबर्डे, शिवसेना की राजश्री हेमंत पाटील तथा भाजपा के बागी निर्दलीय उम्मीदवार दिलीप कंदकुर्ते के बीच प्रमुख मुकाबला माना जा रहा है। 

नांदेड़ उत्तर सीट से कांग्रेस के मौजूदा विधायक डीपी सावंत, शिवसेना के बालाजी कल्याणकर, ‘एआईएमआईएम’ के फिरोज लाला के बीच टक्कर मानी जा रही है। भोकर सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण कांग्रेस से और भाजपा से बापूसाहब गोरठेकर में मुख्य टक्कर है। इनके अलावा बहुजन वंचित मोर्चा के नामदेव आयलवाड़ भी भाग्य आजमा रहे हैं। 

किनवट सीट से राकांपा के मौजूदा विधायक प्रदीप नाईक, भाजपा के भीमराव केराम और वंचित बहुजन मोर्चा के हमराज उईके के बीच मुकाबला होगा। हदगांव सीट से शिवसेना के मौजूदा विधायक नागेश पाटील आष्टीकर, कांग्रेस के माधवराव पाटील जवलगांवकर, शिवसेना के बागी बाबूराव कदम तथा बहुजन वंचित मोर्चा के सुदर्शन भारती महाराज के बीच मुकाबला होगा। 

लोहा सीट से शिवसेना के मुक्तेश्वर धोंडगे और राकांपा के दिलीप धोंडगे आमने-सामने हैं। इसी प्रकार नायगांव सीट से कांग्रेस के मौजूदा विधायक वसंतराव चव्हाण, भाजपा के राजेश पवार, वंचित बहुजन मोर्चा के मारोतराव कवले के बीच मुकाबला होगा। 

देगलूर सीट से शिवसेना के वर्तमान विधायक सुभाष साबने, कांग्रेस के रावसाहब अंतापुरकर तथा वंचित बहुजन मोर्चा के रामचंद्र भरांडे के बीच मुकाबला होगा. मुखेड़ सीट से भाजपा के मौजूदा विधायक तुषार राठोड़, कांग्रेस के भाऊसाहब मंडलापुरकर तथा वंचित बहुजन मोर्चा के जीवन दरेगांवे के बीच मुकाबला होगा।

परभणी जिला : कुल सीटें-4

परभणी जिले में परभणी सीट पर शिवसेना के डॉ राहुल पाटील, कांग्रेस के रविराज देशमुख, ‘एआईएमआईएम’ के अली खान और कांग्रेस के बागी तथा निर्दलीय सुरेश नागरे के बीच मुकाबला है। पाथरी में भाजपा के मोहन फड़, कांग्रेस के सुरेश वरपुड़कर और वंचित बहुजन मोर्चा के विलास बाबर में मुकाबला है। 

जिंतूर में भाजपा की मेघना बोर्डीकर, राकांपा के विजय भांबले व वंचित बहुजन मोर्चा के मनोहर वाकले चुनाव मैदान में हैं।  गंगाखेड़ में राकांपा के डॉ मधुसूदन केंद्रे, शिवसेना के विशाल कदम तथा वंचित बहुजन मोर्चा से करुणा कुंडगीर चुनाव मैदान में हैं।

लातूर ग्रामीण सीट से कांग्रेस के टिकट पर पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं धीरज देशमुख
लातूर ग्रामीण सीट से कांग्रेस के टिकट पर पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं धीरज देशमुख

हिंगोली जिला: कुल सीटें-3

हिंगोली जिले में हिंगोली सीट से कांग्रेस के भाऊराव पाटील, भाजपा के तान्हाजी मुटकुले तथा वंचित बहुजन मोर्चा के वसीम देशमुख मैदान में हैं। 

वसमत सीट से राकांपा के राजू पाटील नवघरे, शिवसेना के जयप्रकाश मंदड़ा तथा वंचित बहुजन मोर्चा के मुनीर पटेल के बीच भिड़ंत है। 

इसी प्रकार कलमनुरी सीट से कांग्रेस के संतोष टारफे, शिवसेना के संतोष बांगर के अलावा वंचित बहुजन मोर्चा के अजीत मगर किस्मत आजमा रहे हैं।

उस्मानाबाद जिला : कुल सीटें-4

उस्मानाबाद जिले के सभी चार विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों के बीच अच्छा मुकाबला है। उस्मानाबाद विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना से बगावत कर अजीत पिंगले ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से बगावत कर सुरेश पाटील ने भी निर्दलीय नामांकन भरा है। यहां पर कांटे की लड़ाई शिवसेना के कैलाश पाटील और राकांपा के संजय निंबालकर में है. उमरगा विधानसभा सीट पर शिवसेना के ज्ञानराज चौगुले का मुकाबला कांग्रेस के दत्तू रोहिदास भालेराव साथ है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले राणा जगजीतसिंह पाटील ने तुलजापुर क्षेत्र से नामांकन दाखिल कर यहां का राजनीतिक गणित ही बदल दिया है। 

यहां पर भारतीय जनता पार्टी के राणा जगजीत सिंह पाटील और कांग्रेस के मधुकरराव चौहान के बीच जबरदस्त मुकाबला है। वंचित बहुजन आघाड़ी से अशोक जगदाले नसीब आजमा रहे हैं। 

परंडा विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना से  उपनेता तानाजी सावंत मैदान में हैं. यहां पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से विधायक रहे चुके राहुल मोटे की चुनौती है. यहां पर वंचित बहुजन आघाड़ी से सुरेश कांबले भी मैदान में हैं।

जालना जिला: कुल सीटें-5

जालना जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर पुराने प्रतिद्वंद्वी ही मैदान में हैं। सबसे दिलचस्प मुकाबला हर बार की तरह इस बार भी जालना विधानसभा चुनाव क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार कैलाश गोरंट्याल और शिवसेना के राज्यमंत्री अजुरुन खोतकर के बीच होगा़ परतूर में भी पालकमंत्री बबनराव लोणीकर को कांग्रेस के सुरेश जेथलिया कड़ी टक्कर दे रहे हैं। 

परतूर विधानसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हो चुकी है लेकिन पालकमंत्री बबनराव लोणीकर का बड़बोलापन उनके लिए तकलीफदेह साबित होने लगा है़ भोकरदन में केंद्रीय मंत्री रावसाहब दानवे के पुत्र विधायक संतोष दानवे को राकांपा उम्मीदवार चंद्रकांत दानवे टक्कर दे रहे हैं। 

बदनापुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र में भाजपा के विधायक नारायण कुचे को टक्कर देने के लिए राकांपा की ओर से बबलू चौधरी एक बार फिर मैदान में हैं. घनसावंगी विधानसभा चुनाव क्षेत्र जिले का एकमात्र ऐसा चुनाव क्षेत्र रहा है, जहां पर शिवसेना और राकांपा दोनों ही दलों के बड़े नेताओं की सभाएं संपन्न हुई हैं। राकांपा के विधायक राजेश टोपे को शिवसेना के अरबपति उम्मीदवार हिकमत उढाण कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

Web Title: Maharashtra Assembly Polls 2019: Marathwada 46 Assembly constituencies, fight between BJP, Shiv Sena and Congress, NCP alliance

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे