महाराष्ट्र चुनाव, एक्सक्लूसिव: देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी अमृता ने कहा, 'अगले पांच वर्ष भी विकास के ही', राजनीति में प्रवेश पर भी खोले पत्ते
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 15, 2019 08:57 AM2019-10-15T08:57:09+5:302019-10-15T08:57:09+5:30
Devendra fadnavis wife Amruta Fadnavis: महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी अमृता फड़नवीस ने कहा है कि अगले पांच सालों में जारी रहेगा देवेंद्र फड़नवीस का विकास कार्य
कमल शर्मा /योगेश पांडे, नागपुर: मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी अमृता फड़नवीस का कहना है कि मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास का जो 'विजन' देखा था, उसे मूतरूप देने का कार्य पिछले पांच वर्ष में किया है। सकारात्मक कार्य की यह गति कायम रहेगी। अगले पांच वर्ष भी विकास को ही समर्पित रहेंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस चुनाव प्रचार के लिए पूरे राज्य में घूम रहे हैं। ऐसे में अमृता फडणवीस ने मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम नागपुर में प्रचार करने पर जोर दिया है। उन्होंने इसी बीच 'लोकमत समाचार ' से संवाद साधा।
उन्होंने माना है कि 2014 की तुलना में चुनाव प्रचार में उनकी भूमिका में व्यापक बदलाव आया है। पहले प्रचार एक विधानसभा क्षेत्र तक सीमित था। अब मुख्यमंत्री के कंधों पर पूरे राज्य का भार है. वे विकास कार्यों को लेकर काफी संजीदा हैं. 2014 तक नागपुर सहित पूरे महाराष्ट्र के विकास के कई कार्य फाइलों तक ही सीमित थे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने न केवल इन्हें आरंभ किया बल्कि उन्हें गति भी दी।
'स्मार्ट सिटी' से 'जलयुक्त शिवार', मेट्रो रेल, समृद्धि महामार्ग, शिक्षा क्षेत्र, ग्राम विकास जैसे कई मुद्दों पर मुख्यमंत्री ने विशेष ध्यान दिया। उन्होंने केवल नागपुर ही नहीं अन्य शहरों का भी विकास किया। देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के विजन की वजह से विकास दिख रहा है। एक सवाल पर उन्होंने सक्रिय राजनीति में आने की संभावना को खारिज कर दिया।
ग्राम विकास को गति
अमृता फड़नवीस ने विश्वास जताया कि जिस दिशा में मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं वह चुनाव के बाद भी अगले पांच वर्ष तक जारी रहेगी। ग्राम विकास को और गतिमान किया जाएगा। 'जलयुक्त शिवार' की वजह से कई किसानों की सिंचाई की चिंता दूर हुई है। बहरहाल, इस योजना का काम वैज्ञानिक दृष्टिकोण को सामने रख कर करना होगा। 'क्लाइमेट साइंस' पर अधिक जोर देना चाहिए जिससे किसानों को तकनीक का लाभ मिले. इसके साथ ही बचत समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को 'मार्केट' उपलब्ध कराने एवं 'स्टार्ट- अप्स' के विकास पर भी जोर देना होगा।
मुख्यमंत्री के भोजन की रहती है चिंता
श्रीमती फडणवीस ने कहा कि प्रचार की व्यस्तता की वजह से मुख्यमंत्री नियमित व्यायाम नहीं कर पाते। उनकी नींद भी पूरी नहीं होती। खाने के समय का पालन नहीं हो पाता। ऐसे में उनकी चिंता होती हैै। मुख्यमंत्री जहां भी जाते हैं वे उनके स्टाफ को आहार के संदर्भ में 'टिप्स' देती हैं। मुख्यमंत्री को कई बार बाहर खाना पड़ा है। लेकिन अब लोग भी 'डायट फूड' पर जोर देने लगे हैं।
सीएम समय नहीं दे सके, पर दु:ख नहीं
'मिसेस सीएम' ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछले पांच वर्ष में घर वालों को पर्याप्त समय नहीं दे सके। हम कभी बाहर नहीं जा सके। साथ में फिल्म नहीं देख सके। लेकिन इसे लेकर कोई दु:ख नहीं। मुख्यमंत्री जनता के जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रयासरत हैं। उनके लिए व्यक्तिगत बातें महत्वपूर्ण नहीं हैं। वैसे भी अब हमारा परिवार चार- पांच लोगों अथवा रिश्तेदारों तक सीमित नहीं है। पूरा महाराष्ट्र उनका परिवार है। ऐसे में इस बात की संतुष्टि है कि मुख्यमंत्री अपने परिवार को समय दे रहे हैं।
कार्यकर्ताओं ने ले ली है जवाबदारी
अमृता फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को पूृरे राज्य पर ध्यान देना है। ऐसे में वे अपने निर्वाचन क्षेत्र पर पूरा ध्यान नहीं दे सकते। लेकिन कार्यकर्ताओं ने जवाबदारी उठा ली है। नागपुर के कार्यकर्ताओं को मालूम है कि मुख्यमंत्री की जवाबदारी बढ़ गई है। अब कार्यकर्ता ही मुख्यमंत्री का चेहरा हैं। श्रीमती फड़नवीस ने कहा कि वे जब कार्यकर्ताओं से बात करती हैं तो उन्हें समझ में आ जाता है कि कार्यकर्ताओं ने देवेंद्र फड़नवीस के प्रचार की जवाबदारी उठा ली है। 'मैं भी देवेंद्र' का नारा बुलंद कर वे उत्साह से काम कर रहे हैं।
राजनीति से अधिक सामाजिक कार्यों से नजदीकी
सक्रिय राजनीति में आने की संभावना पर पूछे गए सवाल पर अमृता फड़नवीस ने कहा कि राजनीति में सब कुछ छोड़कर ध्यान देना पड़ता है। वे पूरा समय नहीं दे सकतीं। उन्हें काफी कुछ करना अच्छा लगता है। वे ग्राम विकास के लिए कार्यरत हैं। 'एसिड अटैक' की शिकार युवतियों के लिए काम करती हैं। इसके साथ ही आत्महत्या प्रभावित किसान परिवार के बच्चों की काउंसिलिंग का काम भी आरंभ है। कई सामाजिक उपक्रमों से वे जुड़ी हैं। इन सबके बीच घर पर भी ध्यान दे रही हैं। गाने में भी रुचि है। ऐसे में राजनीति पर ध्यान नहीं दे सकतीं।