Maha Kumbh 2025: पीएम मोदी 5 फरवरी को त्रिवेणी संगम में लगाएंगे डुबकी, महाकुंभ मेले का दौरा करेंगे
By रुस्तम राणा | Published: February 4, 2025 08:23 PM2025-02-04T20:23:18+5:302025-02-04T20:25:37+5:30
5 फरवरी, जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी कुंभ मेले का दौरा करेंगे, उसका अपना आध्यात्मिक महत्व है। यह दिन माघ अष्टमी के साथ मेल खाता है, जो हिंदू कैलेंडर में भक्ति और दान के लिए जाना जाने वाला एक शुभ दिन है।

Maha Kumbh 2025: पीएम मोदी 5 फरवरी को त्रिवेणी संगम में लगाएंगे डुबकी, महाकुंभ मेले का दौरा करेंगे
Maha Kumbh 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार, 5 फरवरी को प्रयागराज में महाकुंभ मेले का दौरा करेंगे। पीएमओ ने पुष्टि की है कि मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे पीएम मोदी संगम में पवित्र स्नान करेंगे और मां गंगा की पूजा करेंगे। पीएमओ ने एक बयान में कहा, "भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री ने तीर्थ स्थलों पर बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार सक्रिय कदम उठाए हैं।" महाकुंभ 2025, दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम, पौष पूर्णिमा (13 जनवरी) को शुरू हुआ। महाकुंभ 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक जारी रहेगा।
माघ अष्टमी का शुभ दिन
5 फरवरी, जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी कुंभ मेले का दौरा करेंगे, उसका अपना आध्यात्मिक महत्व है। यह दिन माघ अष्टमी के साथ मेल खाता है, जो हिंदू कैलेंडर में भक्ति और दान के लिए जाना जाने वाला एक शुभ दिन है।
पवित्र स्नान करने वाली प्रमुख हस्तियाँ
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विभिन्न क्षेत्रों की कई अन्य प्रमुख हस्तियों ने भी संगम में पवित्र स्नान किया।
भूटान के राजा ने संगम में डुबकी लगाई
मंगलवार को भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने महाकुंभ का दौरा किया और त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। उनके साथ योगी आदित्यनाथ भी थे। राजा ने डुबकी लगाने से पहले सूर्य को अर्घ्य देने जैसी रस्में निभाईं।
37 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक 54 लाख से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में डुबकी लगाई। यूपी सरकार के मुताबिक, 13 जनवरी को शुरू हुए इस महाकुंभ मेले के बाद से अब तक कुल 37.50 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं।
सुरक्षा व्यवस्था
29 जनवरी को हुई भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की जान चली गई थी, जिसके मद्देनजर सरकार ने कहा कि पुलिस, पीएसी, एसटीएफ, एटीएस, अर्धसैनिक बलों और बम निरोधक दस्तों के कर्मियों को प्रमुख स्थानों पर तैनात किया गया है।
निगरानी बढ़ाई गई
सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन और एकीकृत कमांड कंट्रोल सेंटर में वास्तविक समय की निगरानी के साथ निगरानी बढ़ा दी गई है।